वाराणसी: जिले का चौधरी चरण सिंह अंतरराज्यीय बस स्टेशन को पीपीपी मॉडल पर विकसित करने के लिए प्रशासन की तरफ से हरी झंडी मिल गई है. इसका टेंडर पास कर अब बस स्टेशन का विकास किया जाना है. शहर में स्मार्ट योजना के तहत कई योजनाएं चल रही हैं. इसी को देखते हुए अब सरकार ने रोडवेज बस स्टेशन को लखनऊ के आलमबाग बस स्टेशन की तर्ज पर विकसित करने की योजना बनाई है. जिससे यात्रियों को सुविधाएं मिल सकें.
पब्लिक प्राइवेट पार्टनरशिप के तहत सरकार ने उत्तर प्रदेश में कुल 17 बस अड्डों को विकसित करने की योजना बनाई है. जिसमें लखनऊ, कानपुर, आगरा, अलीगढ़, प्रयागराज, मेरठ, गोरखपुर, साहिबाबाद एवं वाराणसी शामिल हैं, जिसका टेंडर किया जाना है. पीपीपी मॉडल से बस स्टेशन से जहां यात्रियों को सुविधाएं होंगी वहीं स्टेशन का भी कायाकल्प होगा. बस अड्डों पर यात्रियों की सुविधाओं के अलावा शॉपिंग मॉल भी बनाए जाएंगे.
क्षेत्रीय प्रबंधक केके तिवारी ने बताया कि शासन की योजना है कि पीपीपी मॉडल पर बस स्टेशन को हाईटेक किया जाए. बस स्टेशन को हाईटेक बनाने के लिए पीपीपी मॉडल पर विकसित किया जाना है. केके तिवारी ने बताया कि सरकार ने पहले ही वर्कशॉप से लेकर स्टेशन तक पीपीपी मॉडल पर विकास की योजना बनाई है, जिसका टेंडर किया जा रहा है. निवेशक टेंडर के अनुसार अनुबंध करेंगे और विकसित करेंगे, जिससे यात्रियों को काफी सुविधा होगी. बस स्टेशन हाईटेक रहेगा. स्मार्ट सिटी के तहत अब्बास स्टेशन भी स्मार्ट होगा.
रोडवेज बसों की खस्ताहाल स्थिति के सवाल पर केके तिवारी ने कहा कि बसों के पार्ट्स की कमी के कारण स्थितियां बदतर थी. वर्तमान समय में हमारे मुख्यालय स्तर से काम किया जा रहा है. पार्ट्स सप्लाई की जा रही, जिससे स्थिति में अब सुधर जाएगा.