वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) में पीएचडी प्रवेश में फैली अनियमितता के खिलाफ सोमवार को परीक्षा नियंत्रक कार्यालय के बाहर छात्रों ने जमकर नारेबाजी की. छात्रों के विरोध को देखते हुए कार्यालय के बाहर बड़ी संख्या में प्राक्टोरियल बोर्ड के लोगों मौजूद रहे. छात्रों को कार्यालय के बाहर ही रोक दिया गया, जिसके बाद छात्र वहीं धरने पर बैठ गये.
पीएचडी प्रवेश को लेकर डिपार्टमेंट द्वारा सही तरीके से सीट ना निकलना, आरक्षण रोस्टर सही तरीके से लागू नहीं किया जाना, RET में भी JRF को अधिक नंबर दिया जाना, सीट के सापेक्ष केवल 4 गुना अभ्यर्थियों का इंटरव्यू, अफ़्लेटेड कॉलेज की सीट्स को नहीं निकाला जाना, प्रोफेसर्स द्वारा अपने सगे संबंधियों के लिये सीटे बचाकर रखना और कम सीटें भेजने को लेकर छात्राों ने विरोध जताया.
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बीएचयू के छात्र अभिषेक उपाध्याय ने बताया कि 'हम लोगों ने 8 प्रदर्शन एवं 11 पॉइंट का एग्जाम कंट्रोलर को ज्ञापन दिया था. पूरे भारत में पीएचडी प्रवेश भर्ती प्रक्रिया का अलग नियम है और बीएचयू विश्वविद्यालय का अलग है. पीएचडी प्रवेश परीक्षा दो तरह से होती है एक RET एवं RET एक्ज़मटेट होता है. जीआरएफ में 5 नम्बर देते है, एक्ज़मटेट में 4 गुना बुलाया गया है. लेकिन, अभी तक विश्वविद्यालय प्रशासन चुप्पी साध रखी है.
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