वाराणसी: एक प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान आज एक ऐसा वाकया सामने आया जिसने सबको चौंका कर रख दिया. मामला वाराणसी के पराड़कर स्मृति भवन का है. यहां पर मदरसे में नौकरी के नाम पर महिला के साथ बदसलूकी और छेड़खानी के प्रकरण में मुकदमा दर्ज होने के बाद संबंधित मदरसा प्रबंधक की तरफ से प्रेस कॉन्फ्रेंस कर अपनी बात रख कर जाने के दौरान पीड़ित महिला ने जमकर हंगामा किया. यहां तक कि हाथों में चप्पल उठाकर प्रबंधक को पीटने भी लगी जिसके बाद बीच-बचाव कर लोगों ने मामले को शांत किया.
इस मामले में पुलिस ने कोर्ट के आदेश पर मदरसा प्रबंधक रिजवान पर मुकदमा भी दर्ज किया है, लेकिन उसकी अभी तक गिरफ्तारी नहीं हुई है. आज पत्रकारों के सामने काशी पत्रकार संघ के प्रेस कक्ष में अपने पक्ष में प्रेस कांफ्रेस कर रहे रिजवान अहमद का विरोध करने महिलाएं पहुंची थीं. उसी दौरान मदरसे के लोगों के साथ आए एक व्यक्ति ने पीड़िता से मारपीट करनी शुरू कर दी, जिसे संघ के लोगों ने बीच में पड़कर बचाया. महिला ने मदरसा प्रबंधक पर गंभीर आरोप लगाए हैं.
दरसअल, जनपद के जैतपुरा थानाक्षेत्र में स्थित मदरसा दायरातुल इसलाह चिरागे उलूम के प्रबंधक द्वारा महिला से नियुक्ति के नाम पर की गई अभद्रता मामले में नया मोड़ आ गया है. मुख्यमंत्री को खून से लिखी गई चिट्ठी के बाद पुलिस ने मुकदमा दर्ज तो किया लेकिन आज मदरसा प्रबंधक ने प्रेस कांफ्रेस की तो वहां जंग का अखाड़ा बन गया. यहां आरोप लगाने वाली महिलाएं भी पहुंच गई. यहां वो मदरसा प्रबंधक का विरोध करने लगी तभी एक व्यक्ति जो टोपी लगाए थी, उसने महिला के ऊपर हमला कर दिया जिससे वहां हंगामा खड़ा हो गया.
मारपीट के बाद बाहर निकली महिला ने रोकर बताया कि हम लोगों को पता चला कि रिजवान पीसी कर रहे हैं और बातों का रुख मोड़ने के लिए यह सब कर रहे हैं. ऐसे में हम लोग मीडिया के सामने आए ताकि वो इन्साफ की लड़ाई लड़े. महिला ने कैमरे के सामने क़ुबूल किया कि वो रिज़वान को मारने आयीं थी पर वहां मौजूद उनके साथ खड़े एक व्यक्ति ने हमें मारा और हमारा नकाब भी उतर दिया. महिला ने रोते हुए कहा कि हम 25 दिन से घूम रहे हैं लेकिन कोई सुनवाई नहीं हो रही है. महिला ने कहा कि वो जैतपुरा थाने की कार्रवाई से नाखुश है. हमें न्याय नहीं मिल रहा है वो अब लोगों से हमें मरवा रहा है.
वहीं, मदरसा प्रबंधक से जब उनका पक्ष जाना गया तो रिज़वान अहमद अंसारी ने बताया कि हम लोग प्रेस कांफ्रेंस के लिए गए थे. वहां और चार पांच महिलाएं आईं और मुझे जूते से मारने लगीं, हमने विरोध किया. जब उनसे पूछा गया कि आप की तरफ से आये एक व्यक्ति ने महिलाओं को कि मुझे नहीं पता किसी ने मारा होगा. उन्होंने कहा कि मुझे फंसाया जा रहा है. ऐसे कुछ नहीं हुआ है, सब निराधार आरोप है. बता दें कि रिजवान अहमद पूर्व में भी जेल जा चुके हैं और चार महीने जेल में रह चुके हैं.
ये भी पढ़ेंः Pakistani Seema Haider की ये तस्वीरें बयां कर रही हैं सच्चाई