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पेपर लीक मामला: यूपी एसटीएफ और हिमाचल प्रदेश पुलिस ने अंतर्राज्यीय गैंग के दो लोगों को दबोचा - varanasi today news

यूपी एसटीएफ और हिमाचल प्रदेश पुलिस ने हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग के दो लोगों को गिरफ्तार किया है. इन लोगों को वाराणसी कैंट थाना क्षेत्र से गिरफ्तार किया गया है.

पेपर लीक मामले में दो गिरफ्तार
पेपर लीक मामले में दो गिरफ्तार
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Published : May 18, 2022, 1:38 PM IST

वाराणसी: यूपी एसटीएफ और हिमाचल प्रदेश पुलिस को हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग के दो बदमाशों को वाराणसी कैंट थाना क्षेत्र के सेंट मैरी स्कूल के पास से गिरफ्तार किया गया. इनके नाम शिवबहादुर सिंह और अखिलेश यादव हैं. इनके पास से पुलिस ने एक मोबाइल फोन और एक कार बिना नंबर की बरामद की है.

इस संबंध में यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 27 मार्च 2022 को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पूर्व ही लीक कराकर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया. इसके संबंध में हिमाचल प्रदेश के थाना गगल, जनपद कांगडा में संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गई. वहीं, इस मुकदमे में अब तक 52 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था.

एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह के अनुसार, पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह वर्ष 2003 से अंतर्राज्यीय प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करने वाले बेदीराम गैंग का सक्रिय सदस्य है. इसके द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक कराकर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को पढ़वाया जाता था और उनको उत्तर बता दिया जाता था. आरोपी ने पूछताछ में यह भी बताया कि तेलंगाना, पंजाब और चंडीगढ़ में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं और भर्तियों का प्रश्न पत्र लीक कराने के प्रकरण में आरोपी उक्त राज्यों में कई बार जेल जा चुका है. इससे इन लोगों ने लगभग 10 से 12 करोड़ रुपये कमाया. इसी पैसे में से वर्ष 2015 में जनपद वाराणसी के विंध्यवासिनीनगर कॉलोनी अर्दली बाजार में तीन मंजिला मकान 3 करोड़ रुपये में खरीदा गया. विंध्यवासिनीनगर कॉलोनी में ही एक दूसरा मकान 40 लाख रुपये में एग्रीमेंट कराया गया.

यह भी पढ़ें: सहायक अध्यापक भी दोबारा दे सकते हैं भर्ती परीक्षा: इलाहाबाद हाईकोर्ट

वहीं, अभियुक्तों से जब हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के बारे में पूछताछ की गई तो अभियुक्त शिवबहादुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस में आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र उपलब्ध होने पर 11 अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र चंडीगढ़ में परीक्षा से एक दिन पूर्व ही हल करा दिया गया. इस काम से अभी तक 7 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं. इस संबंध में हिमाचल प्रदेश में अभियोग पंजीकृत होने और लोगों की गिरफ्तारी के संबंध में हम लोगों को जानकारी हो गई थी. इसी डर से हम लोग लुक-छिपकर रह रहे थे.

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वाराणसी: यूपी एसटीएफ और हिमाचल प्रदेश पुलिस को हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का पेपर लीक करने वाले गैंग के दो बदमाशों को वाराणसी कैंट थाना क्षेत्र के सेंट मैरी स्कूल के पास से गिरफ्तार किया गया. इनके नाम शिवबहादुर सिंह और अखिलेश यादव हैं. इनके पास से पुलिस ने एक मोबाइल फोन और एक कार बिना नंबर की बरामद की है.

इस संबंध में यूपी एसटीएफ की वाराणसी इकाई के एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह ने बताया कि 27 मार्च 2022 को हिमाचल प्रदेश सरकार द्वारा आयोजित हिमाचल प्रदेश पुलिस आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र परीक्षा से एक दिन पूर्व ही लीक कराकर अभ्यर्थियों को उपलब्ध कराया गया. इसके संबंध में हिमाचल प्रदेश के थाना गगल, जनपद कांगडा में संबंधित धाराओं में मुकदमा पंजीकृत कर विवेचना शुरू की गई. वहीं, इस मुकदमे में अब तक 52 आरोपियों को गिरफ्तार किया जा चुका था.

एडिशनल एसपी विनोद कुमार सिंह के अनुसार, पूछताछ के दौरान गिरफ्तार अभियुक्तों ने बताया कि वह वर्ष 2003 से अंतर्राज्यीय प्रतियोगी परीक्षाओं का पेपर लीक करने वाले बेदीराम गैंग का सक्रिय सदस्य है. इसके द्वारा विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं में प्रश्न पत्र लीक कराकर परीक्षा से पूर्व ही अभ्यर्थियों को पढ़वाया जाता था और उनको उत्तर बता दिया जाता था. आरोपी ने पूछताछ में यह भी बताया कि तेलंगाना, पंजाब और चंडीगढ़ में आयोजित होने वाली विभिन्न प्रतियोगी परीक्षाओं और भर्तियों का प्रश्न पत्र लीक कराने के प्रकरण में आरोपी उक्त राज्यों में कई बार जेल जा चुका है. इससे इन लोगों ने लगभग 10 से 12 करोड़ रुपये कमाया. इसी पैसे में से वर्ष 2015 में जनपद वाराणसी के विंध्यवासिनीनगर कॉलोनी अर्दली बाजार में तीन मंजिला मकान 3 करोड़ रुपये में खरीदा गया. विंध्यवासिनीनगर कॉलोनी में ही एक दूसरा मकान 40 लाख रुपये में एग्रीमेंट कराया गया.

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वहीं, अभियुक्तों से जब हिमाचल प्रदेश पुलिस भर्ती परीक्षा के बारे में पूछताछ की गई तो अभियुक्त शिवबहादुर ने बताया कि हिमाचल प्रदेश पुलिस में आरक्षी भर्ती की लिखित परीक्षा का प्रश्न पत्र उपलब्ध होने पर 11 अभ्यर्थियों को प्रश्न पत्र चंडीगढ़ में परीक्षा से एक दिन पूर्व ही हल करा दिया गया. इस काम से अभी तक 7 लाख रुपये प्राप्त हुए हैं. इस संबंध में हिमाचल प्रदेश में अभियोग पंजीकृत होने और लोगों की गिरफ्तारी के संबंध में हम लोगों को जानकारी हो गई थी. इसी डर से हम लोग लुक-छिपकर रह रहे थे.

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