वाराणसी/मिर्जापुर: बुधवार को भारत के पहले सीडीएस जनरल बिपिन रावत का कुन्नूर में हेलीकॉप्टर दुर्घटना में निधन हो गया. जनरल बिपिन रावत पत्नी समेत कुल 14 लोग हेलीकॉप्टर में सवार थे. इसमें 13 लोगों के मौत की पुष्टि हुई है. इस घटना से पूरे देश की आंखें नम हैं.
इसे लेकर नगरी काशी स्थित अस्सी घाट पर संध्याकालीन प्रसिद्ध गंगा आरती में भी जनरल बिपिन रावत को काशी वासियों ने श्रद्धांजलि दी. लोगों ने मां गंगा और बाबा विश्वनाथ से सेना के सर्वोच्च अधिकारी और उनके साथ शहीद हुए एयरफोर्स के जवानों की आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की. इस दौरान सभी ने हाथों में जनरल बिपिन रावत की फोटो लेकर और दीप जलाकर उनकी आत्मा की शांति के लिए प्रार्थना की.
आशुतोष चतुर्वेदी ने बताया कि आज जनरल बिपिन रावत का हेलीकॉप्टर दुर्घटना में देहांत हो गया. इससे हम सब दुखी हैं. कहा कि काशी के लोगों ने सेना के अधिकारियों व जवानों को श्रद्धांजलि दी. आज की इस घटना से पूरा देश आहत है.
आरती में मौजूद शुभम् तिवारी ने कहा कि यह घटना हम सबको स्तब्ध कर देने वाली है. सेना के सर्वोच्च पद पर आसीन अधिकारी का स्वर्गवास हो गया. यह देश के लिए अपूरणीय क्षति है. इससे हर भारतीय दुखी है.
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गौरतलब है कि बनारस के साथ ही मिर्जापुर में भी जनरल बिपिन रावत व उनकी पत्नी समेत सभी सैन्य अधिकारियों को श्रद्धांजलि अर्पित की. शहर के लोहिया तालाब स्थित एक निजी पब्लिक स्कूल के बच्चों व विद्यालय के शिक्षकों ने स्कूल परिसर में देर रात कैंडल जलाकर नम आंखों से श्रद्धांजलि भेंट की.
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