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गंगा में बाढ़ ने पर्यटकों को किया मायूस, सुबह-ए-बनारस का दीदार हुआ मुश्किल

पहाड़ों में बारिश होने के कारण गंगा में अभी भी पानी का बढ़ाव जारी है. इससे बनारस आने वाले पर्यटकों को न ही घाटों पर टहलने का मजा मिलेगा और न ही सुबह-ए-बनारस का दीदार होगा.

गंगा का बढ़ा जलस्तर, पर्यटकों को लौटना पड़ा मायूस
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Published : Aug 15, 2019, 5:30 PM IST


वाराणसी : धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी सैलानियों की बेहद पसंदीदा जगह है. यहां दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं. पूरी दुनिया में प्रसिद्ध 'सुबह ए बनारस' देखना हर पर्यटक की इच्छा होती है. काशी के घाटों पर पैदल घूमते हुए या फिर नौकाओं पर गंगा की लहरों में लोग बनारस की सुबह का आनंद लेते हैं, लेकिन इन दिनों सुबह ए बनारस का दीदार नहीं हो रहा है.

गंगा का बढ़ा जलस्तर, पर्यटकों को लौटना पड़ा मायूस

अपने वास्तविक जलस्तर से गंगा काफी ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार की सुबह तक गंगा का जलस्तर 63.88 मीटर रिकॉर्ड किया गया जिसके बढ़ने का सिलसिला अभी भी जारी है.

गंगा के बढ़ते जलस्तर ने पर्यटकों को किया मायूस-

  • दरअसल 84 घाटों की लंबी श्रंखला पर पैदल घूमते हुए लोग गंगा घाट के साथ बनारस की सुबह का मजा लेने पहुंचते हैं.
  • इसके साथ ही नौकाओं पर भी घूमते हैं लेकिन पानी से घाटों पर पहुंचने में समस्या हो रही है.
  • प्रशासन ने गंगा में उफान की वजह से नौका संचालन पर भी रोक लगा रखी है.
  • इससे पर्यटक बनारस की सबसे खास सुबह का मजा नहीं ले पा रहे हैं.


वाराणसी : धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी सैलानियों की बेहद पसंदीदा जगह है. यहां दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं. पूरी दुनिया में प्रसिद्ध 'सुबह ए बनारस' देखना हर पर्यटक की इच्छा होती है. काशी के घाटों पर पैदल घूमते हुए या फिर नौकाओं पर गंगा की लहरों में लोग बनारस की सुबह का आनंद लेते हैं, लेकिन इन दिनों सुबह ए बनारस का दीदार नहीं हो रहा है.

गंगा का बढ़ा जलस्तर, पर्यटकों को लौटना पड़ा मायूस

अपने वास्तविक जलस्तर से गंगा काफी ऊपर है. केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार की सुबह तक गंगा का जलस्तर 63.88 मीटर रिकॉर्ड किया गया जिसके बढ़ने का सिलसिला अभी भी जारी है.

गंगा के बढ़ते जलस्तर ने पर्यटकों को किया मायूस-

  • दरअसल 84 घाटों की लंबी श्रंखला पर पैदल घूमते हुए लोग गंगा घाट के साथ बनारस की सुबह का मजा लेने पहुंचते हैं.
  • इसके साथ ही नौकाओं पर भी घूमते हैं लेकिन पानी से घाटों पर पहुंचने में समस्या हो रही है.
  • प्रशासन ने गंगा में उफान की वजह से नौका संचालन पर भी रोक लगा रखी है.
  • इससे पर्यटक बनारस की सबसे खास सुबह का मजा नहीं ले पा रहे हैं.
Intro:स्पेशल:

वाराणसी: धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी सैलानियों की बेहद पसंदीदा जगह यहां बाबा विश्वनाथ मां गंगा का दर्शन करने दूर-दूर से लोग आते हैं और जो सबसे ज्यादा पूरी दुनिया में प्रसिद्ध है वह है सुबह ए बनारस बनारस की सुबह देखना हर पर्यटक की इच्छा होती है काशी के घाटों पर पैदल घूमते हुए या फिर नौकाओं पर गंगा की लहरों में अठखेलियां करते हुए लोग बनारस की सुबह का आनंद लेते हैं लेकिन इन दिनों सुबह ए बनारस का दीदार नहीं हो रहा है. ऐसा सिर्फ इसलिए क्योंकि पहाड़ों पर हो रही बारिश ने गंगा के जलस्तर में बढ़ोतरी कर दी है. अपने वास्तविक जलस्तर से गंगा काफी ऊपर है और केंद्रीय जल आयोग के आंकड़ों के मुताबिक बुधवार की सुबह तक गंगा का जलस्तर 63.88 मीटर रिकॉर्ड किया गया जिसके बढ़ने का सिलसिला अभी भी जारी है.


Body:वीओ-01 दरअसल 84 घाटों की लंबी श्रंखला पर पैदल घूमते हुए लोग गंगा घाट के साथ बनारस की सुबह का मजा लेने पहुंचते हैं इसके साथ ही नौकाओं पर भी घूमते हैं लेकिन पानी घाटों पर पहुंचने की वजह से 1 घाट का दूसरे घाट से संपर्क टूट चुका है लगभग सभी घर पानी में डूबे हैं और पानी ऊपर भी चल रहा है जिसकी वजह से पर्यटक ना घाटों पर घूम पा रहे हैं ना नौकाओं पर मस्ती कर पा रहे हैं प्रशासन ने गंगा में उफान की वजह से नौका संचालन पर भी रोक लगा रखी है इसका खामियाजा पर्यटकों को भुगतना पड़ रहा है और बनारस की सबसे खास सुबह का मजा ही नहीं ले पा रहे हैं.

बाईट- हर्ष प्रताप सिंह, पर्यटक
बाईट- वैभव त्रिवेदी, पर्यटक

गोपाल मिश्र

9839809074


Conclusion:वीओ-02 फिलहाल केंद्रीय जल आयोग आंकड़ों के मुताबिक अभी गंगा में बढ़ाव जारी है क्योंकि पहाड़ों पर बारिश हो रही है. बढ़ाव की स्थिति अभी आने वाले कुछ दिनों तक बनी रह सकती है क्योंकि उत्तराखंड में हालात बहुत ज्यादा खराब है और लगातार चमोली समेत अन्य जिलों में बादल फटने की घटनाएं भी तेजी से हो रहे हैं यानी कि अभी कुछ दिनों तक बनारस आने वाले सैलानियों को ना ही घाटों पर टहलने का मजा मिलेगा और ना ही सुबह ए बनारस का दीदार होगा.

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