वाराणसी: जल निगम की ओर से बरती जा रही लापरवाही के कारण 93 गांवों में जल जीवन का संकट मंडराने लगा है. जल जीवन मिशन के तहत जल निगम की तरफ से लगातार लापरवाही बरती जा रही है, जिसका परिणाम अब दिखने लगा है. इस मामले में पहले तीन महीनों से टेंडर ही नहीं खुला और जब ठेकेदारों ने आवाज उठाई तो उसे रद्द कर दिया गया.
टेंडर रद्द होने के पीछे का कारण स्पष्ट नहीं
विभाग में इस बात की चर्चा है कि राजनीतिक कारणों से टेंडर रद्द किया गया. आपको बता दें कि यह योजना 29 करोड़ रुपये की है और इस बजट से पुरानी योजनाओं को बल देना है. इस योजना में 61 ग्राम पंचायतों के अंतर्गत 93 राजस्व गांवों को शामिल किया गया है.
योजना के तहत करने हैं पेयजल कनेक्शन
जल जीवन मिशन के तहत इन 93 गांवों के 22 हजार 723 ग्रामीणों को पेयजल कनेक्शन देना है. योजना के तहत 16 जुलाई को टेंडर आमंत्रित किया गया था, जिसे 7 अगस्त को खोलना था. तीन माह बीतने के बाद भी अभी टेंडर नहीं खोला गया. इस मामले में ठेकेदारों ने मुख्य अभियंता एके पुरवार से बात की और टेंडर खोलने की मांग की.
अचानक जारी हुई टेंडर रद्द होने की सूचना
ठेकेदारों और मुख्य अभियंता के बीच बातचीत के बाद अचानक टेंडर के रद्द होने की सूचना जारी की गई. ठेकेदारों ने बताया कि टेंडर रद्द के विषय में पूछने पर अधिशासी अभियंता ने इसके पीछे अपरिहार्य कारण बताया.
मुख्य अभियंता ने बताया कारण
टेंडर के रद्द होने के बारे में मुख्य अभियंता एके पुरवार ने बताया कि बहुत से ठेकेदार 2019-20 के इनकम टैक्स से जुड़े कागजात नहीं जमा कर सके और ऐसी परिस्थित में टेंडर को नहीं खोला जा सकता. इसी कारण टेंडर को रद्द किया गया. उन्होंने ठेकेदारों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि टेंडर फिर से आमंत्रित किया जाएगा, जिसको लेकर नवंबर के पहले सप्ताह तक प्रक्रिया पूरी कर ली जाएगी.
इन गांवों में होना है कार्य
जल जीवन मिशन के तहत काफी गांव हैं, जहां कार्य करना है. इनमें राजवारी, फूलपुर, गोबरहा, बरियासनपुर, बरजी, बरथरा, लोहता, तेवर, कल्लीपुर, पूरे, करधना, भीखमपुर, पहाइपुर, महमूदपुर, नयी बाजार, पीयरी, हरदासीपुर देवरिया, चिरईगांव, बसंतपट्टी, दानगंज उमरहां, खरदहापुर आदि गांव शामिल हैं.