वाराणसी: पीएम मोदी के खिलाफ नामांकन खारिज होने के बाद तेज बहादुर यादव अब सुप्रीम कोर्ट पहुंच चुके हैं. तेज बहादुर ने सुप्रीम कोर्ट में अपना नामांकन खारिज करने को लेकर चुनाव आयोग के खिलाफ याचिका दायर की है. इस मामले में वरिष्ठ अधिवक्ता प्रशांत भूषण उनकी तरफ से केस की पैरवी कर रहे हैं. तेज बहादुर का कहना है कि इस मसले पर जो भी होगा वह आज शाम तक साफ हो जाएगा.
क्या है मामला
- सपा ने वाराणसी से गठबंधन उम्मीदवार के तौर पर शालिनी यादव को चुनावी मैदान में उतारा था.
- 29 अप्रैल को शालिनी यादव अपना नामांकन करने पहुंची, उसी वक्त तेज बहादुर यादव भी सपा के सिंबल पर नामांकन करने पहुंचे.
- हालांकि 24 अप्रैल को तेज बहादुर पहले ही निर्दल प्रत्याशी के तौर पर नामांकन कर चुके थे.
- 30 अप्रैल को नामांकन पत्रों की जांच में निर्वाचन अधिकारी संतुष्ट नहीं हुए और उनको चुनाव आयोग से एनओसी लेकर आने के लिए कहा.
- अगले दिन जब वह एनओसी नहीं ला सके तो उनका नामांकन पत्र रद्द कर दिया गया.
- इसी क्रम में तेज बहादुर के वकील ने सोमवार को सुप्रीम कोर्ट में याचिका दायर की.
याचिका दायर कर दी गई है, जो भी चीजें होंगी वह शाम तक पता चल जाएंगी. मोदी जी किसी भी हाल में मुझे वाराणसी से बाहर करना चाहते हैं. मेरी याचिका खारिज की गई. मैं सुप्रीम कोर्ट में इसको चुनौती दे रहा हूं. अब आगे जो होगा, वह पता चल जाएगा.
-तेज बहादुर यादव, सेना से बर्खास्त जवान
पिछले दिनों उनके वायरल हो रहे एक वीडियो को लेकर उन्होंने कहा कि यह 2017 का वीडियो है, जो दिल्ली पुलिस के एक जवान के घर पर उसने ही बनाया था. उस वक्त उन्होंने उस जवान की मदद की थी, लेकिन वह जवान इतना एहसान फरामोश है कि मदद के बाद उसने इस वक्त वीडियो वायरल कर उसने मुझे ब्लैकमेल करने का काम किया है.