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काशी में तमिल समागम को लेकर रूपरेखा तैयार, तैयारियों को परखने बनारस पहुंचे केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान

वाराणसी में 17 नवंबर से शुरू होकर 18 दिसंबर एक महीने तक तमिल समागम चलेगा, जिसमें तमिलनाडु के 38 जिलों के करीब 3 हजार लोग हिस्सा लेंगे. जहां शुक्रवार को तैयारियों का जायजा लेने केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान वाराणसी पहुंचे.

तमिल समागम का आयोजन.
तमिल समागम का आयोजन.
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Published : Nov 4, 2022, 11:41 AM IST

वाराणसी: वाराणसी में एक महीना तमिल समागम होगा. जिसमें तमिलनाडु के 38 जिलों के करीब 3 हजार लोग भाग लेंगे. 17 नवंबर से शुरू होकर 18 दिसंबर एक महीने तक तमिल समागम चलेगा. तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज वाराणसी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे. शिव की नगरी वाराणसी के साथ ही राम की नगरी अयोध्या और संगम नगरी प्रयाग का भी दौरा यहां आने वाले अतिथियों को करवाया जाएगा. 250-250 लोगों के 12 ग्रुप एक के बाद एक हर 2-3 दिन बाद ट्रेन से काशी पहुंचेंगे.

धर्म, शिक्षा और सांस्कृतिक नगरी काशी में तमिल कार्तिक माह में तमिल समागम होने वाला है. जहां हर क्षेत्र के विशेषज्ञ सीखने और सीखाने के लिए एकत्रित होंगे. 12 अलग-अलग ग्रुप छात्र, हस्तशिल्पी, साहित्यकार, आध्यात्मिक, व्यावसाई, शिक्षक, हेरिटेज, नव उद्यमी, प्रोफेशनल, मंदिरों से संबंधित, ग्रामीण-कृषक, संस्कृति से संबंधित लोग होंगे. जो संबंधित लोगों से इंटरैक्ट करेंगे.

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 12 ग्रुप में लगभग 3 हजार लोग तमिलनाडु के 38 जिलों से 18 नवंबर को वाराणसी आएंगे. एक ग्रुप की यात्रा 8 दिनों की होगी, जिसमें 2 दिनों की यात्रा तमिलनाडु से वाराणसी पहुंचने की होगी. 2 दिन वाराणसी में रहेंगे और हनुमान घाट पर गंगा स्नान, श्री सुब्रमण्यम स्वामी जी के आवास, काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन, सारनाथ आर्कियोलॉजिकल साइट एंड म्यूजियम, गंगा आरती और 84 घाटों के नाव से अवलोकन और शाम रविदास घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे.

वाराणसी के बाद 2 दिनों में प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा प्रस्तावित है और फिर 2 दिनों की वापसी की यात्रा होगी. गौरतलब है कि 3 ट्रेन 1-2 दिनों के अंतराल पर प्रति सप्ताह आएगी. कार्यक्रम का नोडल मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय है. आई आई टी चेन्नई तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालयइस कार्यक्रम के नोडल इंस्टिट्यूट है.

एक महीने के इस तमिल समागम में करीब 500 कलाकार एक्सहिबिशन, प्रदर्शन व कार्यक्रम करेंगे. तमिलनाडु से संबंधित प्रदर्शनी, फूड कोर्ट रविदास पार्क में एक महीने चलेगी और इसके घाट पर पूरे एक महीने सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. इस दौरान अलग-अलग दिन उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण और तमिलनाडु के विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे. सभी ग्रुप के वाराणसी के दिन भी निश्चित हो गए है. जिनमें छात्र 19 से 20 नवंबर, हस्तशिल्प 22 और 23 नवंबर, साहित्य 23 व 24 नवंबर ,अध्यात्म 26 से 27 नवंबर, व्यवसायी 30 नवंबर से 1 दिसंबर, शिक्षक 2 दिसंबर, हेरिटेज 4 व 5 दिसंबर, नव उद्यमी 7 व 8 दिसंबर, प्रोफेशनल 8 व 9 दिसंबर, टेम्पल 10 व 11 दिसंबर, ग्रामीण-कृषक 13 व 14 दिसंबर, संस्कृति 15 व 16 दिसंबर है. इन ग्रुप के 7 कार्यक्रम बीएचयू, 2 कार्यक्रम श्री विश्वनाथ मंदिर 3 कार्यक्रम ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में होगा.

इसे भी पढे़ं- ज्ञानवापी प्रकरण में निगरानी याचिका पर हुई सुनवाई, 14 नवंबर को अगली सुनवाई

वाराणसी: वाराणसी में एक महीना तमिल समागम होगा. जिसमें तमिलनाडु के 38 जिलों के करीब 3 हजार लोग भाग लेंगे. 17 नवंबर से शुरू होकर 18 दिसंबर एक महीने तक तमिल समागम चलेगा. तैयारियों का जायजा लेने के लिए आज वाराणसी केंद्रीय मंत्री धर्मेंद्र प्रधान पहुंचे. शिव की नगरी वाराणसी के साथ ही राम की नगरी अयोध्या और संगम नगरी प्रयाग का भी दौरा यहां आने वाले अतिथियों को करवाया जाएगा. 250-250 लोगों के 12 ग्रुप एक के बाद एक हर 2-3 दिन बाद ट्रेन से काशी पहुंचेंगे.

धर्म, शिक्षा और सांस्कृतिक नगरी काशी में तमिल कार्तिक माह में तमिल समागम होने वाला है. जहां हर क्षेत्र के विशेषज्ञ सीखने और सीखाने के लिए एकत्रित होंगे. 12 अलग-अलग ग्रुप छात्र, हस्तशिल्पी, साहित्यकार, आध्यात्मिक, व्यावसाई, शिक्षक, हेरिटेज, नव उद्यमी, प्रोफेशनल, मंदिरों से संबंधित, ग्रामीण-कृषक, संस्कृति से संबंधित लोग होंगे. जो संबंधित लोगों से इंटरैक्ट करेंगे.

जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने बताया कि 12 ग्रुप में लगभग 3 हजार लोग तमिलनाडु के 38 जिलों से 18 नवंबर को वाराणसी आएंगे. एक ग्रुप की यात्रा 8 दिनों की होगी, जिसमें 2 दिनों की यात्रा तमिलनाडु से वाराणसी पहुंचने की होगी. 2 दिन वाराणसी में रहेंगे और हनुमान घाट पर गंगा स्नान, श्री सुब्रमण्यम स्वामी जी के आवास, काशी विश्वनाथ मंदिर के दर्शन, सारनाथ आर्कियोलॉजिकल साइट एंड म्यूजियम, गंगा आरती और 84 घाटों के नाव से अवलोकन और शाम रविदास घाट पर सांस्कृतिक कार्यक्रम में शामिल होंगे.

वाराणसी के बाद 2 दिनों में प्रयागराज और अयोध्या की यात्रा प्रस्तावित है और फिर 2 दिनों की वापसी की यात्रा होगी. गौरतलब है कि 3 ट्रेन 1-2 दिनों के अंतराल पर प्रति सप्ताह आएगी. कार्यक्रम का नोडल मंत्रालय शिक्षा मंत्रालय है. आई आई टी चेन्नई तथा काशी हिन्दू विश्वविद्यालयइस कार्यक्रम के नोडल इंस्टिट्यूट है.

एक महीने के इस तमिल समागम में करीब 500 कलाकार एक्सहिबिशन, प्रदर्शन व कार्यक्रम करेंगे. तमिलनाडु से संबंधित प्रदर्शनी, फूड कोर्ट रविदास पार्क में एक महीने चलेगी और इसके घाट पर पूरे एक महीने सांस्कृतिक कार्यक्रम होंगे. इस दौरान अलग-अलग दिन उत्तर प्रदेश सरकार के मंत्रीगण और तमिलनाडु के विशिष्ट अतिथि शामिल होंगे. सभी ग्रुप के वाराणसी के दिन भी निश्चित हो गए है. जिनमें छात्र 19 से 20 नवंबर, हस्तशिल्प 22 और 23 नवंबर, साहित्य 23 व 24 नवंबर ,अध्यात्म 26 से 27 नवंबर, व्यवसायी 30 नवंबर से 1 दिसंबर, शिक्षक 2 दिसंबर, हेरिटेज 4 व 5 दिसंबर, नव उद्यमी 7 व 8 दिसंबर, प्रोफेशनल 8 व 9 दिसंबर, टेम्पल 10 व 11 दिसंबर, ग्रामीण-कृषक 13 व 14 दिसंबर, संस्कृति 15 व 16 दिसंबर है. इन ग्रुप के 7 कार्यक्रम बीएचयू, 2 कार्यक्रम श्री विश्वनाथ मंदिर 3 कार्यक्रम ट्रेड फैसिलिटी सेंटर में होगा.

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