वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी के डुमराव बाग में स्थित सुमेरु पीठाधीश्वर स्वामी शंकराचार्य नरेंद्रानंद सरस्वती ने ओवैसी, यासीन मलिक और अखिलेश यादव पर जमकर निशाना साधा है. स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अखिलेश पढ़ा-लिखा मूर्ख आदमी है. वह कहता है दो पत्थर रख दो झंडा रख दो तो मंदिर हो जाता है. यह अखिलेश के मंदबुद्धि का परिचायक है. ऐसा किसी भी सनातन धर्म के उपनिषदों पुराणों में उल्लेख नहीं है.
ओवैसी की जवाब पर किया पलटवार
स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा ओवैसी तो पागल और मूर्ख है. सुमेरु पीठाधीश्वर सरकार से मांग करते हुए कहा कि ओवैसी की संसद सदस्यता रद्द होनी चाहिए. वह देश का शांति और अमन चैन बिगाड़ना चाहता है. मुसलमानों ने भी उसे अपना रहनुमा मानने से मना कर दिया. कई मुसलमानों ने इस बात को स्वीकार किया है कि जो मंदिर तोड़ने वाले मुसलमान थे वे हमारे नहीं थे.
यासीन मलिक का सपोर्ट करने वालों को जेल में डालना चाहिए
सुमेरू पीठाधीश्वर ने कहा यासीन मलिक एक आतंकवादी है. सबसे ज्यादा अगर कोई तिलमिला रहा है तो पाकिस्तानी में कुछ नेता हैं, जो आतंकवादी मानसिकता के हैं. भारत में यासीन मलिक का सपोर्ट और समर्थन करने वाले जो देशद्रोही हैं इनको भी जेल में डालना चाहिए. यासीन मलिक को उम्र कैद की सजा दी गई है, उसको मृत्युदंड में बदलना चाहिए. 1989 में यासीन मलिक ने लाखों हिंदुओं का कत्लेआम कराया. सेना के 27 जवानों के शहीद होने पर यासीन मलिक की भूमिका थी. सुमेरू पीठाधीश्वर ने कहा कि न्यायालय ने जो निर्णय दिया उसका स्वागत करते हैं.
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