वाराणसी: उदय प्रताप पीजी कॉलेज के विद्यार्थी बीते तीन दिनों से वर्तमान में तैनात सचिव की बर्खास्तगी की मांग को लेकर के धरना प्रदर्शन कर रहे हैं. इसी क्रम में छात्र नेता विवेकानंद सिंह के नेतृत्व में छात्रों का एक प्रतिनिधिमंडल मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने सर्किट हाउस पहुंचा. जहां पुलिस प्रशासन ने उन्हें मुख्यमंत्री से मिलने से रोक दिया. वहीं मामले की गंभीरता को समझते हुए एसीएम फर्स्ट ने विद्यार्थियों का ज्ञापन लिया और उन्हें आश्वस्त किया कि उनका पत्र मुख्यमंत्री तक पहुंचा दिया जाएगा.
छात्र नेता विवेकानंद सिंह ने बताया कि छात्र पिछले तीन दिनों से अनिश्चितकालीन अनशन पर बैठे हुए हैं. छात्रों की प्रशासन से यह मांग है कि महाविद्यालय में वर्तमान में तैनात भ्रष्ट सचिव को तत्काल प्रभाव से बर्खास्त किया जाए, जिससे महाविद्यालय शिक्षा का मंदिर बना रहे. यहां पर चल रहा बाजारीकरण समाप्त हो, क्योंकि यह राजा और तपस्वी की भूमि है, यहां पर बाजारीकरण की आवश्यकता नहीं है. वर्तमान सचिव की मनमानी से यहां सिर्फ लूट-खसोट का काम चल रहा है, जिसका सभी छात्र विरोध करते हैं.
छात्र नेता ने कहा कि अनशन शुरू हुए तीन दिन हो गए, लेकिन आज तक कोई भी अधिकारी छात्रों से मिलने नहीं आया. इससे आहत होकर सभी विद्यार्थी मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से मिलने आए हैं, लेकिन प्रशासन ने सभी को रोक दिया. उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री से हमारी सिर्फ यही मांग है कि तत्काल प्रभाव से वर्तमान में तैनात सचिव को बर्खास्त किया जाए और महाविद्यालय की बागडोर जिला प्रशासन के हाथ में सौंप दी जाए, जिससे सारी व्यवस्थाएं सुचारू रूप से चल सकें.