वाराणसी: रोशनी और उत्साह का त्योहार दीपावली की तैयारियां शुरू हो गई हैं. ऐसे में एक तरफ जहां दीपावली त्योहार को लेकर उत्साह चरम पर है तो वहीं चिंता की स्थिति भी बनी हुई है. इसका कारण है दीपावली में पटाखों से होने वाला प्रदूषण. इसी को लेकर जिले के बनारस क्लब के तत्वाधान में स्कूली बच्चों ने एक अनोखा संदेश दिया है. बच्चों ने दीपावली पर पटाखे न जलाने की शपथ ली है और लोगों से भी ऐसा करने की अपील की है. इसके साथ ही बच्चों ने ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के दीये जलाकर प्रदूषण मुक्त दीपावली मनाने की अपील की है, जिससे वातावरण प्रदूषण मुक्त रहे.
इसकी सबसे बड़ी वजह यह है कि दीपावली के समय होने वाली आतिशबाजी से प्रदूषण का स्तर कई गुना बढ़ जाता है. इससे तमाम तरह की बीमारियां भी पैदा होती हैं. सबसे ज्यादा परेशानी सांस के मरीजों को होती है. इन सभी बातों को देखते हुए काशी के स्कूली बच्चों ने इस बार आगामी पर्व दीपावली पर पटाखा न फोड़ने और सिर्फ मिट्टी के दीये से दीपोत्सव मनाने की अपील की.
बच्चों ने की प्रदूषण मुक्त दिवाली मनाने की अपील स्कूली छात्राओं ने हाथों में पोस्टर लेकर लोगों से अपील की और कहा कि हम यह कार्यक्रम निरंतर करेंगे. बाजारों में जाकर लोगों से ज्यादा प्रदूषण वाले और ज्यादा ध्वनि वाले पटाखों का प्रयोग न करें और ज्यादा से ज्यादा घरों में मिट्टी के दीये जलाने की अपील करेंगे. वहीं कार्यक्रम आयोजक डॉ. प्रियंका तिवारी ने बताया कि स्कूली छात्राओं के हाथों में पोस्टर, बैनर एवं प्रतीकात्मक रूप से मिट्टी के दीये देकर शपथ दिलायी गई. वहीं, इस बार की दीपावली प्रदूषण फ्री मनाएं और ज्यादा से ज्यादा मिट्टी के दीये जलाएं और इसके लिए दूसरों को भी प्रेरित करें. ऐसे में जन जागरूकता के तहत हमने शपथ ली कि इस बार की दीपावली पर हम न तो पटाखा फोड़ेंगे और न किसी को ऐसा करने देंगे. हम सभी भाइयों-बहनों एवं परिजनों से पटाखों से दूरी बनाकर मिट्टी के दीये को जलाते हुए दीपावली मनाने की अपील कर रहे हैं और मन को स्वस्थ रखने के लिए हमें धुएं और तेज धमाके वाले पटाखों से दूरी बनानी होगी. पर्यावरण को साफ-सुथरा और प्रदूषण मुक्त रखना हम सबकी जिम्मेदारी है.
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