वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र में पिछले चार दिनों से पेयजल और सीवर की समस्याओं को लेकर लगभग 20 वार्डों के पार्षद अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं. पार्षदों का एक स्वर में कहना है कि जब तक हमारे वार्ड की समस्या दूर नहीं हो जाती, तब तक हम यहीं अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे रहेंगे. इनमें कांग्रेस और निर्दलीय पार्षद शामिल हैं.
क्या है पूरा मामला-
- पीएम मोदी अपने शहर काशी का विकास क्योटो के तर्ज पर करना चाहते हैं.
- आज भी तमाम गलियां और मोहल्ले दूषित पेयजल और सीवर जैसी समस्याओं से जूझ रहे हैं.
- नगर निगम और जिला प्रशासन की नाकामयाबी इसकी बड़ी वजह है.
- पार्षद सीताराम केसरी का कहना है कि अभी तक किसी ने कोई वार्ता नहीं किया है.
- जो भी वार्ता एक-दो बार हुई है, फोन से हुई है.
- आज से तीन दिन पहले जिस दिन हम धरने पर बैठे थे, उस दिन जलकल विभाग के अधिकारी ने हमसे वार्ता किया था.
पार्षद ने कहा कि हमारा विभाग कहता है कि हमारे यहां संसाधन की कमी है. वहीं पीएम मोदी और सीएम योगी का कहना है कि हम गंगा को स्वच्छ कर रहे हैं. अगर हमारे यहां संसाधन ही नहीं हैं तो यह सोच कैसे रहे हैं. आप गंगा को साफ करने की बात कर रहे हैं. यहां लोगों को साफ पानी पीने को नहीं मिल पा रहा है.