वाराणसी: लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर न्यूरोलॉजी एक शानदार कलाकृति अब यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर ली गई है. एयरपोर्ट परिसर में इस विशालकाय 600 स्क्वायर फीट की पेंटिंग को हाल ही में जी-20 सम्मेलन के मद्देनजर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुरेश के नायर के साथ उनकी टीम के 11 स्टूडेंट्स ने मिलकर बनाया था. जिसे अब दुनिया की सबसे बड़े म्यूरल पेंटिंग के तौर पर रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. यह जानकारी वाराणसी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अपने ऑफिशल टि्वटर हैंडल पर भी आज जारी की है.
इस बारे में एयरपोर्ट डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने बताया कि या पेंटिंग अपने आप में बेहद खास है क्योंकि इस पेंटिंग के बीच में शिवलिंग नुमा आकृति के बीचोंबीच एक शीशा लगा है. जिसमें खुद का चेहरा दिखाई देता है. यह 20 फीट लंबी और 30 फीट चौड़ी है. इस म्यूरल पेंटिंग में 330 कमल के फूल के डिजाइन मौजूद हैं. इस पेंटिंग के सामने खड़े होने पर सामने ही खुद की तस्वीर नजर आती है. इस पेंटिंग में लिखा हुआ है संस्कृत में तत्वमासी जिसका अर्थ है वह तुम ही हो.
एयरपोर्ट डायरेक्टर का कहना है कि इस म्यूरल पेंटिंग को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के पुलक के सरकार समेत अन्य स्टूडेंट्स ने मिलकर तैयार किया है. यह सभी स्टूडेंट को यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया. इस पेंटिंग का उद्घाटन पिछले दिनों काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन के हाथों करवाया गया था. जिसके बाद से यह पेंटिंग लगातार यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.
वाराणसी एयरपोर्ट पर बनी म्यूरल आर्ट की खास पेंटिंग यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज
वाराणसी एयरपोर्ट पर बनी म्यूरल आर्ट की खास पेंटिंग यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज की गई है. चलिए जानते हैं इस बारे में.
वाराणसी: लाल बहादुर शास्त्री इंटरनेशनल एयरपोर्ट पर न्यूरोलॉजी एक शानदार कलाकृति अब यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड में दर्ज कर ली गई है. एयरपोर्ट परिसर में इस विशालकाय 600 स्क्वायर फीट की पेंटिंग को हाल ही में जी-20 सम्मेलन के मद्देनजर काशी हिंदू विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुरेश के नायर के साथ उनकी टीम के 11 स्टूडेंट्स ने मिलकर बनाया था. जिसे अब दुनिया की सबसे बड़े म्यूरल पेंटिंग के तौर पर रिकॉर्ड में दर्ज किया गया है. यह जानकारी वाराणसी एयरपोर्ट अथॉरिटी ने अपने ऑफिशल टि्वटर हैंडल पर भी आज जारी की है.
इस बारे में एयरपोर्ट डायरेक्टर आर्यमा सान्याल ने बताया कि या पेंटिंग अपने आप में बेहद खास है क्योंकि इस पेंटिंग के बीच में शिवलिंग नुमा आकृति के बीचोंबीच एक शीशा लगा है. जिसमें खुद का चेहरा दिखाई देता है. यह 20 फीट लंबी और 30 फीट चौड़ी है. इस म्यूरल पेंटिंग में 330 कमल के फूल के डिजाइन मौजूद हैं. इस पेंटिंग के सामने खड़े होने पर सामने ही खुद की तस्वीर नजर आती है. इस पेंटिंग में लिखा हुआ है संस्कृत में तत्वमासी जिसका अर्थ है वह तुम ही हो.
एयरपोर्ट डायरेक्टर का कहना है कि इस म्यूरल पेंटिंग को बनारस हिंदू यूनिवर्सिटी के पुलक के सरकार समेत अन्य स्टूडेंट्स ने मिलकर तैयार किया है. यह सभी स्टूडेंट को यूरेशिया वर्ल्ड रिकॉर्ड की तरफ से सर्टिफिकेट भी प्रदान किया गया. इस पेंटिंग का उद्घाटन पिछले दिनों काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कुलपति प्रोफेसर सुधीर कुमार जैन के हाथों करवाया गया था. जिसके बाद से यह पेंटिंग लगातार यहां आने वाले पर्यटकों के लिए आकर्षण का केंद्र बनी हुई है.