वाराणसी: यूपी सरकार बनारस में एक ऐसा म्यूजियम खोलने जा रही है, जिसमें देश भर की विभूतियों के बारे में न सिर्फ जानकारी मिलेगी. बल्कि उनके जीवन के अनेक पहलुओं से भी लोग अवगत हो सकेंगे. इतना ही नहीं देश में पर्यटन के नक्शे पर बनारस का विकास करने के लिए पूरे भारत से टूर ऑपरेटर्स का एक स्पेशल दल लाने की तैयारी भी हो गई है. ताकि पर्यटन उधोग को एक नया मुकाम मिल सके.
टूरिस्ट वेलफेयर की मीटिंग में बोले मंत्री
मलदाहिया स्थित एक होटल में टूरिज्म वेलफेयर एसोसिएशन ने काशी में भव्य देव दिवाली के आयोजन कराने के लिए पर्यटन, संस्कृति और धर्मार्थ मंत्री उत्तर प्रदेश सरकार डॉ. नीलकंठ तिवारी का सम्मान समारोह आयोजित किया गया था. काशी में देव दीपावली का स्वरूप हमेशा से भव्य रहा है, लेकिन विश्व में इस आयोजन का प्रचार वैसा नहीं हो पाता था. जितना भव्य यह दीपोत्सव है, कोरोना महामारी के कारण इस आयोजन की उम्मीद पर्यटन उद्यमियों को नहीं थी, लेकिन प्रदेश सरकार द्वारा इस बार की काशी की देव दिवाली आयोजित हुई. बल्कि प्रधानमंत्री के आने से देश विदेश में इसका अच्छा प्रचार प्रसार भी हुआ. जिसका लाभ आने वाले समय में पर्यटन उद्योग को मिलेगा. सम्मान समारोह के साथ ही काशी में बढ़ रहे टुरिस्ट स्पॉट्स को पर्यटकों के टूर पैकिज में कैसे जोड़ा जाए इस पर चर्चा की गई.
पर्यटन में है बनारस के अंदर अपार संभावनाएं
कार्यक्रम में मुख्य अतिथि पर्यटन मंत्री नीलकंठ तिवारी ने कहा कि काशी में जितने भी पर्यटन विकास के कार्य हुए है और चल रहे हैं. देश के टूर ऑपरेटर्स को दिखाइए. टीडब्लूए के प्रस्ताव को मंजूरी देते हुए पर्यटन मंत्री ने विभाग को निर्देशत करते हुए कहा कि इस आयोजन को जल्द ही बना कर महाशिवरात्रि के अवसर पर टूर ऑपरेटर्स को आमंत्रित कर सभी प्रमुख पर्यटक स्थल पर ले जाइए. जिससे काशी आने वाले पर्यटकों को चार-पांच रात्रि तक काशी में रोका जा सके. प्रधानमंत्री और प्रदेश के मुख्यमंत्री का ड्रीम प्रोजेक्ट काशी विश्वनाथ कॉरिडर का कार्य तेजी से चल रहा है.
पूरा होते ही काशी के पर्यटन क्षेत्र को एक नई पहचान मिलेगी और पर्यटन उद्योग को गति मिलेगी. उन्होंने कहा कि काशी में गंगा उसपार पर्यटन की आपार सम्भावनाएं है और खिड़कियांघाट की योजना भी जल्द शुरू होगी. उन्होंने कहा कि काशी इज सिटी ऑफ म्यूजिक और जल्द ही यहां घाटों पर संगीत संध्या का भी आयोजन शुरू होने जा रहा है.
आने वाले पर्यटक घाट पर ओपेन थीएटर की तरह बैठ कर संगीत का आनंद ले सकेंगे. उन्होंने कहा कि काशी गौरव स्थल का भी कार्य जल्द शुरू होगा. काशी से कई विभूतियों का जुड़ाव रहा है संगीत, कला और अन्य क्षेत्रों से जुड़े लगभग 90 सम्मानित विभूतियों की सूची भी तैयार कर ली गई है. जल्द ही एक म्यूजियम का निर्माण कर पर्यटकों के लिए एक ऐसा स्थल बनेगा. जहां जाने पर उनको सभी विभूतियों के बारे में एक जगह ही सारी जानकारी मिलेगी.
टूरिस्ट कारोबार से जुड़े लोगों ने रखी अपनी बात
टूरिस्ट वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राहुल मेहता ने कहा कि प्रदेश सरकार द्वारा काशी में पर्यटन विकास के लिए कई नए पर्यटक स्थल विकसित हुए है. कई जगह पर काम चल रहा है. जैसे काशी विश्वनाथ कॉरिडोर, सारनाथ लाइट एंड साउंड शो, विगत दिनों मान महल आभासी संग्रहालय भी अपने नए स्वरूप में शुरू हुआ. टीएफसी (बड़ा लालपुर) स्तिथ संग्रहालय, कबीर चौरा छेत्र की हेरिटेज वॉक और अन्य. ऐसे में जरूरत हैं, नये स्पॉट्स को पैकिज में शामिल करने कि जिससे यहां पर्यटकों की नाइट स्टे बढ़ाया जा सके.