वाराणसी: भगवान शिव और प्रभु श्री राम का पुराना नाता है. दोनों एक दूसरे के आराध्य हैं और अब आधुनिकता के दौर में दोनों को एक-दूसरे से जोड़ने की तैयारियां भारतीय रेलवे की तरफ से शुरू हो चुकी हैं. वाराणसी पहुंचे उत्तर रेलवे के मंडल प्रबंधक लखनऊ संजय त्रिपाठी ने वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन का निरीक्षण करने के बाद बताया कि जल्द ही चित्रकूट, प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या को जोड़ने के लिए स्पेशल ट्रेन चलाई जाने की तैयारी की जा रही है. इस स्पेशल ट्रेन के सफल होने के बाद इसका नियमित रूप से संचालन किया जाएगा.
उत्तर रेलवे लखनऊ मंडल के मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी ने बताया कि वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के साथ ही शिवपुर में गुड शेड यानी मालवाहक टर्मिनल के विस्तार और समस्याओं को दूर करने का काम किया जा रहा है. उन्होंने बताया कि वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन के लिए 600 करोड़ रुपए से ज्यादा की परियोजना संचालित हो रही हैं. जिनसे कैंट रेलवे स्टेशन के साथ ही आसपास के कई रेलवे स्टेशनों की सूरत बदलेगी. साथ में यात्री सुविधाएं भी काफी बड़े पैमाने पर मुहैया कराई जाएंगी.
उन्होंने बताया कि वाराणसी कैंट रेलवे स्टेशन पर नए फुट ओवर ब्रिज का काम, यात्री सुविधाओं को बढ़ाए जाने की तैयारी के अलावा आसपास स्टेशन पर माल वाहक टर्मिनल के विस्तार और वहां मौजूद व्यापारियों की समस्याओं को दूर करने के लिए यह दौरा हो रहा है. उन्होंने यह भी बताया कि वाराणसी के अलावा प्रयागराज और अयोध्या स्टेशन का भी सुंदरीकरण और भव्य रूप देने की प्लानिंग हुई है, जो जल्द ही दिखने भी लगेगी.
मंडल रेल प्रबंधक संजय त्रिपाठी का कहना है कि भगवान श्री राम की जन्मस्थली से काशी को जोड़ने के लिए भी नई ट्रेनों का संचालन जल्द किया जाएगा. चित्रकूट, प्रयागराज, वाराणसी और अयोध्या के लिए स्पेशल ट्रेन चलाए जाने की तैयारी की जा रही है, जो सप्ताह में 1 दिन चलेगी. इसकी सफलता के बाद इसे नियमित रूप से चलाने की प्लानिंग की जाएगी. तेजस के तर्ज पर इस तरह की प्राइवेट ट्रेनों का संचालन जल्द ही शुरू किया जाएगा, जो महत्वपूर्ण धार्मिक स्थलों तक ले जाएगी.