वाराणसी: जिले के अस्सी क्षेत्र स्थित काशी मुमुक्षु भवन में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हाथकरघा एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. विभिन्न प्रकार के लगभग 30 स्टाल लगाए गए. सभी स्टॉल पर हस्त निर्मित वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया.
महिलाओं द्वारा बनाए, वस्त्रों की प्रदर्शनी
प्रदर्शनी का आकर्षण का केंद्र महिलाओं द्वारा बूटी का कार्य रहा. घर को सजाने वाली वस्तुएं. डोर मेट, टेबल क्लॉथ, कुशन कवर, साड़ी, लहंगा चुन्नी और सूट का कपड़ा रहा. जिस पर महिलाओं द्वारा हाथों से नक्काशी किया गया था. एक दिवसीय प्रदर्शनी में दूर-दूर से लोग देखने के लिए पहुंचे. लॉकडाउन के समय जब सारे बाजार बंद थे, तो घरों में बैठी महिलाओं को सिलाई मशीन देकर उन्हें रोजगार दिया गया. उन्हीं द्वारा तैयार किए गए वस्त्रों की प्रदर्शनी लगाई गई.
महिलाओं को वस्त्र मंत्रालय ने दिया सिलाई मशीन
कोऑर्डिनेटर रंजीता भारती ने बताया कि वस्त्र मंत्रालय ने लॉकडाउन के समय घर में खाली बैठी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए 30 सिलाई मशीन दिया. जिससे महिलाओं को काम करने में कोई दिक्कत नहीं हो. इसके लिए वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सिलाई मशीन दिया गया. महिलाओं द्वारा तैयार किए गए वस्त्र को लोग यहां पर प्रदर्शनी स्टाल के माध्यम से सबके सामने प्रदर्शित किए हैं. यहां पर जितने भी स्टाल लगे हैं, सभी पर हस्तशिल्प के सामान हैं. इन पर किसी भी प्रकार का मशीन द्वारा काम नहीं किया गया हैं, सभी सामानों को महिलाओं ने अपने घर पर बनाया हैं.
हस्तशिल्प प्रदर्शनी में दिखा महिलाओं के हाथ का हुनर
यूपी के वाराणसी जिले में वस्त्र मंत्रालय हाथकरघा और हस्तशिल्प में महिलाओं को आत्मनिर्भर बना रहा हैं. लॉकडाउन के समय आत्मनिर्भर बनने के लिए 30 सिलाई मशीन दिया. इन्हीं द्वारा तैयार किए गए वस्त्रों की प्रदर्शनी लगाई गई.
वाराणसी: जिले के अस्सी क्षेत्र स्थित काशी मुमुक्षु भवन में वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा हाथकरघा एवं हस्तशिल्प प्रदर्शनी का आयोजन किया गया. विभिन्न प्रकार के लगभग 30 स्टाल लगाए गए. सभी स्टॉल पर हस्त निर्मित वस्तुओं को प्रदर्शित किया गया.
महिलाओं द्वारा बनाए, वस्त्रों की प्रदर्शनी
प्रदर्शनी का आकर्षण का केंद्र महिलाओं द्वारा बूटी का कार्य रहा. घर को सजाने वाली वस्तुएं. डोर मेट, टेबल क्लॉथ, कुशन कवर, साड़ी, लहंगा चुन्नी और सूट का कपड़ा रहा. जिस पर महिलाओं द्वारा हाथों से नक्काशी किया गया था. एक दिवसीय प्रदर्शनी में दूर-दूर से लोग देखने के लिए पहुंचे. लॉकडाउन के समय जब सारे बाजार बंद थे, तो घरों में बैठी महिलाओं को सिलाई मशीन देकर उन्हें रोजगार दिया गया. उन्हीं द्वारा तैयार किए गए वस्त्रों की प्रदर्शनी लगाई गई.
महिलाओं को वस्त्र मंत्रालय ने दिया सिलाई मशीन
कोऑर्डिनेटर रंजीता भारती ने बताया कि वस्त्र मंत्रालय ने लॉकडाउन के समय घर में खाली बैठी महिलाओं को आत्मनिर्भर बनने के लिए 30 सिलाई मशीन दिया. जिससे महिलाओं को काम करने में कोई दिक्कत नहीं हो. इसके लिए वस्त्र मंत्रालय भारत सरकार द्वारा सिलाई मशीन दिया गया. महिलाओं द्वारा तैयार किए गए वस्त्र को लोग यहां पर प्रदर्शनी स्टाल के माध्यम से सबके सामने प्रदर्शित किए हैं. यहां पर जितने भी स्टाल लगे हैं, सभी पर हस्तशिल्प के सामान हैं. इन पर किसी भी प्रकार का मशीन द्वारा काम नहीं किया गया हैं, सभी सामानों को महिलाओं ने अपने घर पर बनाया हैं.