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मां अन्नपूर्णा के दरबार में बांटे जाएंगे 30 किलो चांदी के सिक्के, धनतेरस से शुरू होंगे दर्शन - 26 October Annakoot festival

वाराणसी में अन्नपूर्णा माता के दर्शन धनतरेस के दिन से शुरू होकर 26 अक्टूबर तक चलेंगे. इस साल चांदी के सिक्कों को भी भक्तों में वितरित किया जाएगा. इसके लिए 30 किलों चांदी के सिक्कों का ऑर्डर दिया गया है.

मां अन्नपूर्णा के दर्शन धनतेरस के दिन
मां अन्नपूर्णा के दर्शन धनतेरस के दिन
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Published : Oct 20, 2022, 6:31 PM IST

Updated : Oct 20, 2022, 8:11 PM IST

वाराणसी: हर साल की तरह इस साल भी धन-धान्य की देवी मां अन्नपूर्णा के दर्शन धनतेरस के दिन (23 अक्टूबर) से 26 अक्टूबर अन्नकूट पर्व तक होंगे. इस साल माता अन्नपूर्णा के दरबार और बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों को खजाने का वितरण किया जाएगा. यह जानकारी गुरुवार को बांसफाटक स्थित श्रीकाशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी शाखा की महंत शंकरपुरी ने दी.

माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के साथ ही अन्नपूर्णा मठ मंदिर में जहां भक्तों को निशुल्क खजाना मिलेगा. वहीं, विश्वनाथ मंदिर में कनाडा से लाई गई माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा के भी दर्शन होंगे. दरबार से खजाने का वितरण होगा. इतना ही नहीं इस साल पहली बार माता अन्नपूर्णा के मंदिर से भक्तों को चांदी के सिक्के का भी वितरण किया जाएगा. इसके लिए खास तौर पर 30 किलो चांदी के सिक्के का आर्डर दिया गया है.

उन्होंने बताया कि भक्त मन्दिर के प्रथम तल पर स्थित माता के दर्शन करेंगे. गेट पर ही माता का खजाना और प्रसाद वितिरत किया जाएगा. दर्शन के बाद भक्तों को पीछे के रास्ते से राम मंदिर परिसर होते कालिका गली से निकास दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर में जगह-जगह वालेंटियर तैनात किए जाएंगे. परिसर में दो दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और मेडिकल की व्यवस्था की भी रहेगी. स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का छोटी दीपावली से अन्नकूट पर्व तक के दर्शन भोर में 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक होंगे. वीआईपी दर्शन समय शाम 5 से 7 बजे तक रहेगा. वृद्ध और दिव्यांगों के लिए दर्शन की सुगम व्यवस्था रहेगी.

महंत शंकरपुरी ने बताया की पूरे भारत में काशी में स्थित मां का ही एक ऐसा दरबार है, जहां मां का खजाना भक्तों में निःशुल्क वितरित किया जाता है. इस वर्ष मां के खजाने के साथ चांदी, तांबे और अष्टधातु के सिक्के भी निःशुल्क बांटे जाएंगे. उन्होंने बताया की वितरण के लिए 30 किलो चांदी के सिक्के मंगाए गए हैं.

ग्रहण के कारण मंदिर रहेगा बंद: देवी अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन-पूजन साल में मात्र 4 दिन यानी धनतेरस से शुरू होकर प्रतिपदा तक होता है. इस बार धनतेरस की तिथि शाम के समय है. इसलिए 23 अक्टूबर को उदया तिथि में भोर के समय 3 बजे मंदिर में पूजा शुरू होगी और 4 बजे भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे. 23 और 24 अक्टूबर को सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक भक्त दर्शन-पूजन करेंगे. 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण के कारण दोपहर 2 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. मोक्ष के एक घंटे बाद रात 7:30 बजे मंदिर के कपाट फिर खोल दिए जाएंगे. 26 अक्टूबर को अन्नकूट मनाया जाएगा और देवी अन्नपूर्णा को 56 प्रकार का भोग लगाया जाएगा. इस दिन भी सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक दर्शन-पूजन होगा.

यह भी पढ़ें:पहली बार बाबा विश्वनाथ के दरबार से बंटेगा मां अन्नपूर्णा का खजाना

वाराणसी: हर साल की तरह इस साल भी धन-धान्य की देवी मां अन्नपूर्णा के दर्शन धनतेरस के दिन (23 अक्टूबर) से 26 अक्टूबर अन्नकूट पर्व तक होंगे. इस साल माता अन्नपूर्णा के दरबार और बाबा विश्वनाथ के दरबार में भक्तों को खजाने का वितरण किया जाएगा. यह जानकारी गुरुवार को बांसफाटक स्थित श्रीकाशी अन्नपूर्णा अन्नक्षेत्र ट्रस्ट की दूसरी शाखा की महंत शंकरपुरी ने दी.

माता अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा के दर्शन के साथ ही अन्नपूर्णा मठ मंदिर में जहां भक्तों को निशुल्क खजाना मिलेगा. वहीं, विश्वनाथ मंदिर में कनाडा से लाई गई माता अन्नपूर्णा की प्रतिमा के भी दर्शन होंगे. दरबार से खजाने का वितरण होगा. इतना ही नहीं इस साल पहली बार माता अन्नपूर्णा के मंदिर से भक्तों को चांदी के सिक्के का भी वितरण किया जाएगा. इसके लिए खास तौर पर 30 किलो चांदी के सिक्के का आर्डर दिया गया है.

उन्होंने बताया कि भक्त मन्दिर के प्रथम तल पर स्थित माता के दर्शन करेंगे. गेट पर ही माता का खजाना और प्रसाद वितिरत किया जाएगा. दर्शन के बाद भक्तों को पीछे के रास्ते से राम मंदिर परिसर होते कालिका गली से निकास दिया जाएगा. उन्होंने बताया कि सुरक्षा की दृष्टि से मंदिर में जगह-जगह वालेंटियर तैनात किए जाएंगे. परिसर में दो दर्जन सीसीटीवी कैमरे लगाए जाएंगे और मेडिकल की व्यवस्था की भी रहेगी. स्वर्णमयी मां अन्नपूर्णा का छोटी दीपावली से अन्नकूट पर्व तक के दर्शन भोर में 4 बजे से रात्रि 11 बजे तक होंगे. वीआईपी दर्शन समय शाम 5 से 7 बजे तक रहेगा. वृद्ध और दिव्यांगों के लिए दर्शन की सुगम व्यवस्था रहेगी.

महंत शंकरपुरी ने बताया की पूरे भारत में काशी में स्थित मां का ही एक ऐसा दरबार है, जहां मां का खजाना भक्तों में निःशुल्क वितरित किया जाता है. इस वर्ष मां के खजाने के साथ चांदी, तांबे और अष्टधातु के सिक्के भी निःशुल्क बांटे जाएंगे. उन्होंने बताया की वितरण के लिए 30 किलो चांदी के सिक्के मंगाए गए हैं.

ग्रहण के कारण मंदिर रहेगा बंद: देवी अन्नपूर्णा की स्वर्णमयी प्रतिमा का दर्शन-पूजन साल में मात्र 4 दिन यानी धनतेरस से शुरू होकर प्रतिपदा तक होता है. इस बार धनतेरस की तिथि शाम के समय है. इसलिए 23 अक्टूबर को उदया तिथि में भोर के समय 3 बजे मंदिर में पूजा शुरू होगी और 4 बजे भक्तों के लिए मंदिर के कपाट खोल दिए जाएंगे. 23 और 24 अक्टूबर को सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक भक्त दर्शन-पूजन करेंगे. 25 अक्टूबर को सूर्यग्रहण के कारण दोपहर 2 बजे मंदिर के कपाट बंद कर दिए जाएंगे. मोक्ष के एक घंटे बाद रात 7:30 बजे मंदिर के कपाट फिर खोल दिए जाएंगे. 26 अक्टूबर को अन्नकूट मनाया जाएगा और देवी अन्नपूर्णा को 56 प्रकार का भोग लगाया जाएगा. इस दिन भी सुबह 4 बजे से रात 11 बजे तक दर्शन-पूजन होगा.

यह भी पढ़ें:पहली बार बाबा विश्वनाथ के दरबार से बंटेगा मां अन्नपूर्णा का खजाना

Last Updated : Oct 20, 2022, 8:11 PM IST
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