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9 जून से खुलेंगे श्रीकाशी विश्वनाथ मंदिर के कपाट, प्रसाद और गर्भगृह में प्रवेश पर रोक

वाराणसी में 9 जून को श्री काशी विश्वनाथ मंदिर भक्तों के लिए खोला जाएगा. केन्द्र सरकार की गाइडलाइन के अनुसार देश के सभी धार्मिक स्थल 8 जून से खोले जा रहे हैं, लेकिन काशी विश्वनाथ प्रशासन पूरी तैयारियों का पहले जायजा लेगा, इसके बाद मंदिर खोला जाएगा.

काशी विश्वनाथ मंदिर
काशी विश्वनाथ मंदिर
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Published : Jun 8, 2020, 3:26 AM IST

Updated : Jun 8, 2020, 1:46 PM IST

वाराणसी: लगभग ढाई महीने के बाद 8 जून से धार्मिक स्थल खुलने जा रहे हैं. केंद्र सरकार के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया है, लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अभी धार्मिक स्थलों को नहीं खोला जा रहा है. 8 जून से धार्मिक स्थलों को ना खोले जाने को लेकर जिलाधिकारी वाराणसी ने स्पष्ट किया है कि मंदिरों में सरकार के आदेश के बाद पर्याप्त व्यवस्था है या नहीं इसकी जांच के बाद ही मंदिर खोले जाएंगे. इसे लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में तैयारियां पूरी हो गई हैं और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि 9 जून से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर भक्तों के लिए खोला जाएगा.

9 जून से खुलेगा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि 8 जून से मंदिर को खोले जाने का आदेश था, लेकिन तैयारियां पूरी हो इसके लिए समय दिया गया है. इसे देखते हुए मंदिर में प्रवेश के लिए आने वाले दो अलग-अलग रास्तों को चिन्हित कर एक से प्रवेश और एक से निकासी की व्यवस्था की गई है. प्रवेश द्वार से मंदिर तक दो 2 मीटर के घेरे बनाए गए हैं, जिसमें भक्तों को खड़ा होकर खुद की जांच, सैनिटाइजेशन करना होगा.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि मंदिर के मुख्य द्वार पर अंदर ऑटोमेटिक सैनिटाइजेशन मशीन लगाई जा चुकी है, जिसके जरिए भक्त अपने हाथों को सैनिटाइज करने के बाद मंदिर में प्रवेश पाएंगे. मंदिर के अंदर किसी भी तरह का प्रसाद नहीं ले जाना है. मंदिर की तरफ से भी प्रसाद नहीं दिया जाएगा, माला फूल चढ़ाने का आदेश भी नहीं है.

इसके अलावा मंदिर के पुजारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी व्यक्ति को टीका चंदन ना लगाएं और ना ही उन्हें प्रसाद दें या उन्हें स्पर्श करें. मंदिर में लगे घंटे और प्रतिमाओं को स्पर्श नहीं करना है. किसी भी व्यक्ति को बैठने की अनुमति भी नहीं दी जा रही है. सिर्फ प्रवेश करने के बाद दर्शन करने के साथ ही दूसरे रास्ते से बाहर निकलना है. मंदिर के गर्भ गृह में किसी का प्रवेश नहीं होगा, सिर्फ झांकी दर्शन की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा एक बार में सिर्फ 5 लोगों को ही मंदिर के अंदर दर्शन की अनुमति होगी, जब यह 5 लोग दर्शन करके बाहर निकलेंगे तभी अन्य पांच को भेजा जाएगा.

वाराणसी: लगभग ढाई महीने के बाद 8 जून से धार्मिक स्थल खुलने जा रहे हैं. केंद्र सरकार के आदेश के बाद उत्तर प्रदेश सरकार ने भी इस संदर्भ में आदेश जारी कर दिया है, लेकिन पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में अभी धार्मिक स्थलों को नहीं खोला जा रहा है. 8 जून से धार्मिक स्थलों को ना खोले जाने को लेकर जिलाधिकारी वाराणसी ने स्पष्ट किया है कि मंदिरों में सरकार के आदेश के बाद पर्याप्त व्यवस्था है या नहीं इसकी जांच के बाद ही मंदिर खोले जाएंगे. इसे लेकर श्री काशी विश्वनाथ मंदिर में तैयारियां पूरी हो गई हैं और प्रशासनिक अधिकारियों का कहना है कि 9 जून से श्री काशी विश्वनाथ मंदिर भक्तों के लिए खोला जाएगा.

9 जून से खुलेगा श्री काशी विश्वनाथ मंदिर

श्री काशी विश्वनाथ मंदिर के मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि 8 जून से मंदिर को खोले जाने का आदेश था, लेकिन तैयारियां पूरी हो इसके लिए समय दिया गया है. इसे देखते हुए मंदिर में प्रवेश के लिए आने वाले दो अलग-अलग रास्तों को चिन्हित कर एक से प्रवेश और एक से निकासी की व्यवस्था की गई है. प्रवेश द्वार से मंदिर तक दो 2 मीटर के घेरे बनाए गए हैं, जिसमें भक्तों को खड़ा होकर खुद की जांच, सैनिटाइजेशन करना होगा.

मुख्य कार्यपालक अधिकारी विशाल सिंह का कहना है कि मंदिर के मुख्य द्वार पर अंदर ऑटोमेटिक सैनिटाइजेशन मशीन लगाई जा चुकी है, जिसके जरिए भक्त अपने हाथों को सैनिटाइज करने के बाद मंदिर में प्रवेश पाएंगे. मंदिर के अंदर किसी भी तरह का प्रसाद नहीं ले जाना है. मंदिर की तरफ से भी प्रसाद नहीं दिया जाएगा, माला फूल चढ़ाने का आदेश भी नहीं है.

इसके अलावा मंदिर के पुजारियों को स्पष्ट निर्देश दिया गया है कि किसी भी व्यक्ति को टीका चंदन ना लगाएं और ना ही उन्हें प्रसाद दें या उन्हें स्पर्श करें. मंदिर में लगे घंटे और प्रतिमाओं को स्पर्श नहीं करना है. किसी भी व्यक्ति को बैठने की अनुमति भी नहीं दी जा रही है. सिर्फ प्रवेश करने के बाद दर्शन करने के साथ ही दूसरे रास्ते से बाहर निकलना है. मंदिर के गर्भ गृह में किसी का प्रवेश नहीं होगा, सिर्फ झांकी दर्शन की व्यवस्था की जा रही है. इसके अलावा एक बार में सिर्फ 5 लोगों को ही मंदिर के अंदर दर्शन की अनुमति होगी, जब यह 5 लोग दर्शन करके बाहर निकलेंगे तभी अन्य पांच को भेजा जाएगा.

Last Updated : Jun 8, 2020, 1:46 PM IST
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