वाराणसी: काशी बम बम बोल रहा है. सावन के 15 दिनों में 40 लाख से ज्यादा भक्तों ने बाबा विश्वनाथ का जलाभिषेक(Jalabhishek of Baba Vishwanath) किया. इस संख्या से जहां बनारस में उत्साह का माहौल बना हुआ है, तो वहीं छोटे व्यापारियों को संजीवनी मिली हैं. क्योंकि पिछले 2 साल से सावन का बाजार सुना पड़ा था. लेकिन विश्वनाथ धाम ने इस बाजार को फिर से सक्रिय कर दिया है. कैसे देखें इस रिपोर्ट में.
सावन में बाबा विश्वनाथ के दर्शन करने आए श्रद्धालुओं के 15 दिनों के आंकड़ों ने सबको चौंका दिया है. बीते दो सोमवार और अन्य 13 दिनों में बाबा के भक्तों ने इतिहास रच दिया है. बाबा के दरबार में श्रद्धालुओं की अपार भक्ति नजर आई है. सावन के सामान्य दिनों में प्रत्येक दिन लगभग 2 लाख श्रद्धालुओं ने बाबा के मंदिर में जहां जलाभिषेक किया, तो वहीं, बीते दो सोमवार को यह आंकड़ा लगभग 12 लाख तक जा पहुंचा. जो अब तक के इतिहास में पहली बार देखने को मिला है.
विश्वनाथ मंदिर प्रशासन का कहना है कि विश्वनाथ धाम बनने के बाद साल के पहले दिन और शिवरात्रि को भीड़ देखकर यह अंदाजा लगाया गया था कि सावन में श्रद्धालुओं का सैलाब उमड़ेगा. इसके अंतर्गत हमने श्रद्धालुओं को सभी सुविधा सावन में मुहैया कराने के लिए तैयारी कर ली थी. सावन में लगातार श्रद्धालुओं की भीड़ बढ़ती जा रही है.
यह भी पढ़ें:मां गंगा के रौद्र रूप का असर, अब भक्त नहीं कर सकेंगे गंगाद्वार से बाबा विश्वनाथ के दर्शन
2 सालों के नुकसान की हो रही भरपाई, व्यापारियों के लौटे दिन-वहीं, श्रद्धालुओं के सैलाब से बनारस के छोटे व्यापारियों को संजीवनी मिली. क्योंकि पिछले 2 साल में सावन का बाजार पूरी तरह से सुना पड़ा हुआ था.बाजारों में धार्मिक सामान, रेस्टोरेंट,प्रसाद साड़ी अन्य सामग्री के व्यापारियों को खासा नुकसान पहुंचा था. लेकिन, इस बार इस नुकसान की भरपाई पूरी तरह हो गई है. बड़ी बात यह है सिर्फ 15 दिनों में ही व्यापारियों के घाटे को शिव भक्तों ने पूरा कर दिया है. व्यापारियों को उम्मीद है कि आने वाले 15 दिन उनके लिए और भी लाभकारी होंगे.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप