वाराणसी: महाशिवरात्रि पर काशी के शिवालयों में बुधवार देर रात से ही दर्शन करने के लिए भक्तों का हुजूम उमड़ पड़ा था तो वहीं गुरुवार शाम होते ही बाबा भोलेनाथ की बारात निकाली गई, जिसमें काशीवासी बराती बने हुए थे. शिव की बारात में देवता, दानव, असुर, गंधर्व, किन्नर और औघड़ शामिल हुए.
काशी के मैदागिन से बाबा विश्वनाथ दरबार के लिए महाशिवरात्रि के अवसर पर शिव बारात निकाली गई. इसमें गंगा-जमुनी तहजीब की मिसाल देखने को मिली, जहां सुदामा तिवारी दूल्हे के रूप में नजर आए तो वहीं हाजी बदरुद्दीन दुल्हन बने. मैदागिन से निकलने वाली शिव बारात बाबा विश्वनाथ दरबार में पहुंचती है, जहां शिव और गौरा का विवाह संपन्न होता है. बाबा भोले की शादी में शामिल श्रद्धालु बारात में झूमते नजर आते.
शिव के रूप का धारण करने वाले दिनेश गोंड ने बताया कि आज महाशिवरात्रि के अवसर पर काशी में शिव-पार्वती की बारात निकल रही है. सभी काशीवासी इस बारात में शामिल हुए हैं. बहुत ही भव्य बारात निकाली गई है.
वहीं शिव बारात के संरक्षक सुदामा तिवारी ने बताया कि महाशिवरात्रि शिव की शादी का दिन है. सन 1983 से शिव बारात निकाली जा रही है. सुदामा तिवारी ने बताया कि पर्यटन विभाग भी इस शिव बारात में अपनी भागीदारी दे रहा है. इसमें सरकार की तरफ से भी व्यवस्था की गई है. यह शिव बारात गंगा-जमुना तहजीब का भी प्रतीक है, जिसमें सुदामा तिवारी दूल्हा बनते हैं तो वहीं दूसरी तरफ हाजी बदरुद्दीन दुल्हन बनते हैं.