वाराणसी: काशी नगरी स्थित संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में अब अगले सत्र से हिंदी अध्ययन की पढ़ाई भी शुरू हो जाएगी. विश्वविद्यालय के बौद्ध कक्ष सभागार में हिंदू अध्ययन पाठ्यक्रम को आरम्भ करने के लिए के गोष्ठी का आयोजन किया गया, जहां विद्वानों ने अपने अपने विचार रखें.
हिन्दू अध्ययन में हिन्दू संस्कृति का होगा समग्र अध्ययन
आयोजित गोष्ठी में अपने विचार को रखते हुए आईआईटी कानपुर के डॉक्टर नचिकेता तिवारी ने कहा कि आज विश्व में अनेक विश्वविद्यालयों में विभिन्न वैचारिक आदि स्थानों पर अध्ययन हो रहे हैं. परंतु हिंदू अध्ययन पर कोई पाठ्यक्रम संचालित नहीं हो रहा है, जिसकी अति आवश्यकता है. उन्होंने कहा कि स्नातकोत्तर स्तर पर एक ऐसे पाठ्यक्रम की आवश्यकता है, जिसमें हिंदू संस्कृति के जीवन मूल्य दर्शन, इतिहास, पर्यावरण, राजनीति, अर्थव्यवस्था, भूगोल, समाजशास्त्र तथा विज्ञान और संस्कृति का समग्र अध्ययन किया जा सके. एक ऐसा पाठ्यक्रम बनाना चाहिए जो इन विभिन्न आयामों में एकरूपता स्थापित कर सके. उन्होंने कहा कि इस पाठ्यक्रम का मुख्य उद्देश्य हिंदू संस्कृति का वास्तविक स्वरूप सामने लाना है.
अगले सत्र से शुरू होगा कोर्स
आयोजित गोष्ठी में कुलपति प्रोफेसर राजाराम शुक्ला ने कहा कि यह विश्वविद्यालय परंपरागत शास्त्रों का अध्ययन अध्यापन करता है. यहां पौराणिक ग्रंथों के साथ-साथ विभिन्न धर्मों के तुलनात्मक अध्ययन के विभिन्न आयामों का अध्ययन होता है. परंतु इनके समेकित रूप से अध्ययन करने वाला एक पाठ्यक्रम आवश्यक है. शुरू होने की संभावना है. हमारी पूरी कोशिश होगी कि अगले सत्र से पाठ्यक्रम की शुरुआत कर दें.