वाराणसी: आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के वैज्ञानिकों ने एक अनोखा रिसर्च किया है. सोयाबीन के सोया प्रोटीन आइसोलेट्स से हाइड्रोजेल मलहम बनाया है. इसके प्रयोग से कटे-फटे जले त्वचा को जल्दी ठीक किया जा सकेगा. चूहों पर इनका प्रयोग सफल रहा है. सब कुछ बढ़िया रहा तो जल्द ही मानव शरीर के लिए भी इस पर रिसर्च किया जाएगा. इस मलहम से कोशिकाएं काफी तेजी से वृद्धि कर रही हैं. इतना ही नहीं इस मलहम के इस्तेमाल से अपने जैसे कोशिका समूह का निर्माण भी कर रहे हैं. परीक्षण करने पर ज्ञात वाक्य प्रक्रिया पूरी तरीके से प्राकृतिक है और इनमें कोई भी बाहरी तत्व या रसायन त्वचा प्रविष्ट नहीं हो रहा है.
IIT BHU के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन प्रोटीन से बनाया मलहम, 15 दिनों में भरेगा घाव
आईआईटी बीएचयू के वैज्ञानिकों ने सोयाबीन प्रोटीन से प्राकृतिक उपचार के लिए मलहम बनाया गया है. यह महलम किसी भी घाव को 15 दिनों में भर देगा. इसके साथ ही इसके कई अन्य लाभ भी हैं.
वाराणसी: आईआईटी बीएचयू (IIT BHU) के वैज्ञानिकों ने एक अनोखा रिसर्च किया है. सोयाबीन के सोया प्रोटीन आइसोलेट्स से हाइड्रोजेल मलहम बनाया है. इसके प्रयोग से कटे-फटे जले त्वचा को जल्दी ठीक किया जा सकेगा. चूहों पर इनका प्रयोग सफल रहा है. सब कुछ बढ़िया रहा तो जल्द ही मानव शरीर के लिए भी इस पर रिसर्च किया जाएगा. इस मलहम से कोशिकाएं काफी तेजी से वृद्धि कर रही हैं. इतना ही नहीं इस मलहम के इस्तेमाल से अपने जैसे कोशिका समूह का निर्माण भी कर रहे हैं. परीक्षण करने पर ज्ञात वाक्य प्रक्रिया पूरी तरीके से प्राकृतिक है और इनमें कोई भी बाहरी तत्व या रसायन त्वचा प्रविष्ट नहीं हो रहा है.