वाराणसी: 2 अक्टूबर को महात्मा गांधी व लाल बहादुर शास्त्री की जयंती पर सपा द्वारा हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए मौन व्रत का आयोजन किया गया. यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव के निर्देश पर जनपद के सभी मुख्यालय व और जगहों पर स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे 2 घंटे का मौन व्रत भजन का कार्यक्रम आयोजित किया गया. कार्यक्रम के तहत जिल की कचहरी स्थित महात्मा गांधी की प्रतिमा के नीचे समाजवादी छात्र सभा के प्रदेश सचिव मनोज यादव गोलू व लोहिया वाहिनी के प्रदेश सचिव संदीप मिश्रा के नेतृत्व में भजन का कार्यक्रम 2 घंटे तक किया गया.
हाथरस की बेटी को न्याय दिलाने के लिए सपा कार्यकर्ता भजन के माध्यम से सरकार के द्वारा अंतिम संस्कार के दौरान जो घृणित कार्य हुआ है, उसका विरोध किया गया और दोषियों को फांसी देने की मांग की गई. साथ ही आरोप लगाते हुए कहा गया कि हाथरस के जिलाधिकारी पीड़ित परिवार को धमकाने का काम कर रहे थे और जिले के कप्तान ने बिना परिवार की उपस्थिति में अंतिम संस्कार करा दिया. विरोध प्रदर्शन के दौरान इन अधिकारियों के खिलाफ 302 का मुकदमा दर्ज कर इन्हें एससी/एसटी एक्ट के तहत उन्हें जेल भेजने की मांग की गई.
इस दौरान क्षेत्राधिकारी थाना प्रभारी पार्टी वर्करों को मुकदमे में फंसाने का धमकी दे रहे थे. हालांकि जिस तरह की घटना हाथरस में घटी है उसे देखते हुए कहीं न कहीं प्रदेश सरकार बैकफुट पर दिख रही है और पूरे देश में घटना का विरोध जमकर हो रहा है.