वाराणसी: भगवान शिव की नगरी काशी में एक बार फिर संतों में आक्रोश है. वजह है सैफ अली खान की नई वेब सीरीज 'तांडव'. संतो का आरोप है कि फिल्म के एक सीन में भगवान राम और शिव के बारे में अभद्र टिप्पणी की गई है. सैफ अली खान की सीरीज 'तांडव' ओटीटी प्लेटफॉर्म पर रिलीज हो चुकी है, रिलीज होते ही यह फिल्म विवादों से घिर गई. 'तांडव' वेब सीरीज पर हिंदुओं की धार्मिक भावनाओं को ठेस पहुंचाने का आरोप लगाते हुए, इसे बैन करने की मांग की जा रही है.
फिल्म का पोस्टर जलाया
संत समुदाय के लोगों ने फिल्म निर्माता के लिए शुद्ध बुद्धि यज्ञ किया और फिल्म का पोस्टर जलाकर विरोध जताया. सैकड़ों की संख्या में संतों ने एक स्वर में फिल्म से तांडव नाम हटाने और भगवान राम और शिव पर टिप्पणी वाले दृश्य को हटाने की मांग की. मुख्यमंत्री को इस फिल्म को बंद कराने के लिए पत्र लिख कर शिकायत भी की गई.
संत समुदाय करेंगे आंदोलन
फिल्म के इस सीन को लेकर रविदास घाट स्थित श्रीदुर्गा मातृ छाया शक्ति पीठ के पीठाधीश्वर साध्वी गिताम्बरा तीर्थ के नेतृत्व में संत ने एक बैठक किया. इसके बाद इस फिल्म को लेकर प्रयागराज के और अन्य साधु संतों के साथ चर्चा होगी. संत समुदाय ने कहा कि "अगर सरकार ने फिल्म बंद नहीं किया तो वह सड़क पर उतरकर असली में टांडव करेंगे"
साध्वी गिताम्बरा तीर्थ ने बताया "एक फिल्म के बारे में मुझे मेरे शिष्यों ने बताया, जिसमें भगवान शिव और राम पर टिप्पणी की गई है. हमारे आराध्य का मजाक उड़ाया गया है, जिसके लिए कल से ही हम लोग सद्बुद्धि यज्ञ कर रहे हैं और भगवान से माफी मांग रहे हैं. हमने मुख्यमंत्री को पत्र लिखकर इस फिल्म की शिकायत की है कि जल्द से जल्द इसे बंद किया जाए. धर्म की नगरी से आवाज नहीं उठेगी संत समाज इसका विरोध नहीं करेंगे. तो कौन करेगा अगर ऐसा नहीं हुआ तो हम सड़क पर उतरकर असली में तांडव करेंगे."