वाराणसी: बनारस धर्म और संस्कृति के साथ ही कलाकारों का भी शहर है. इसी वजह से यह शहर कलाकारों के लिए प्रेम भी रखता है. जिले के महमूरगंज क्षेत्र के एक लॉन में सूफी गायन को प्रस्तुत करते हुए रविवार को रूहानी सिस्टर्स ने अपने गानों से समां बांध दिया, जिसे सुनकर दर्शकों के दिल से सिर्फ वाहवाही ही निकलती रही.
इसे भी पढ़ें- वाराणसी: मां कुष्मांडा के दरबार में चौथे दिन भी कलाकारों ने बांधा समां
रूहानी सिस्टर्स ने प्रस्तुति करते हुए सूफी गाना 'जोगिया'.... और उसके बाद जैसे ही 'भर दो झोली गाया'... लोगों ने तालियां बजाकर दोनों का अभिवादन स्वीकार किया. रूहानी सिस्टर्स डॉक्टर जागृति प्रसन्ना और डॉक्टर नीता पांडेय की शानदार प्रस्तुति से लोग इस दौरान बेहद खुश दिखे.
कला प्रकाश ऐसे विभिन्न कार्यक्रमों का आयोजन करता है. आज हम लोगों ने विश्व भर में अपना नाम ऊंचा कर चुकी बनारस घराने से ताल्लुक रखने वाली रूहानी सिस्टर्स का सूफी गायन सुना. प्राचीन परंपरा अपने आप में बेहद ही शानदार है और आज इस कार्यक्रम को देखकर सूफी गायन के प्रति हमारा लगाव और बढ़ गया है.
-प्रदीप, सदस्य, कला प्रकाश