वाराणसी: महापूर्णाहुति के साथ रविवार को 11 दिवसीय अति रुद्र महायज्ञ संपन्न हुआ. अवधूत दत्त पीठम के पीठाधिपति जगद्गुरु श्री गणपति सच्चिदानंद स्वामी ने हजारों श्रद्धालुओं के बीच अति रुद्र महायज्ञ की महापूर्णाहुति प्रदान कराई.
काशी के शिवाला घाट पर रविवार की सुबह से ही श्रद्धालुओं की भीड़ दिखाई दी. पिछले 11 दिन से चल रहे अति रुद्र महायज्ञ में प्रतिदिन शामिल होने वाले सभी श्रद्धालु रविवार सुबह एक साथ एकत्रित हुए. 11 दिन के अति रुद्र अध्याय पाठ के बाद दोपहर में महापूर्णाहुति कराई गई.
श्रद्धालुओं ने किया जलाभिषेक
इस मौके पर हजारों श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप में स्थित शिवलिंग पर दुग्ध, जल और घी समेत अन्य पदार्थों से अभिषेक किया. अति रुद्र महायज्ञ के साथ ही यहां चंडी यज्ञ भी पूरा कराया गया. पीठाधिपति श्री गणपति सच्चिदानंद स्वामी ने यज्ञपुरुष को विभिन्न वस्तुओं की भेंट करते हुए महा पूर्णाहुति संपन्न कराई.
जगद्गुरु ने शिष्यों से की मुलाकात
इस अवसर पर उनके उत्तराधिकारी श्री दत्त विजय आनंद पीठ स्वामी समेत पीठम के अनेक पदाधिकारी और संत मौजूद रहे. महापूर्णाहुति से पहले और बाद में भी जगद्गुरु ने अपने शिष्यों से मुलाकात की और उनकी भेंट स्वीकार की. पंक्ति बद्ध होकर श्रद्धालुओं ने यज्ञ मंडप में बने उनके आसन की ओर आकर उन्हें भेंट स्वीकार की और प्रसाद के रूप में गुरु से वस्त्र, माला, सिद्ध यंत्र आदि प्राप्त कर आगे बढ़ते रहे.
'गुरूदत्ता की जय' गूंज से गूंजता रहा पंडाल
पूरे कार्यक्रम के दौरान पंडाल में बार-बार 'गुरूदत्ता की जय' गूंजती रही. इस मौके पर कई श्रद्धालुओं ने ईटीवी भारत के साथ भी अपनी भावनाएं साझा की और बताया कि वह कई दशकों से अवधूत दत्त पीठम से जुड़े हुए हैं और गुरु के आशीर्वाद से उनके सारे मनोरथ पूरे हो रहे हैं.