वाराणसी: काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Banaras Hindu University) में कुलपति द्वारा महिला महाविद्यालय में इफ्तार पार्टी दिए जाने का मामला बढ़ता जा रहा है. विश्वविद्यालय में हुई रोजा इफ्तार का विरोध कर रहे छात्रों ने जहां एक तरफ कुलपति का पुतला दहन किया तो दूसरी ओर शनिवार को कुलपति आवास के बाहर धरने पर बैठ पीएम, राष्ट्रपति, शिक्षा मंत्री और मुख्यमंत्री को खून से खत लिखा है.
इस दौरान बीएचयू छात्र नेता अभिलंब दुबे का कहना है कि कुलपति ने रोजा इफ्तार कराकर विश्वविद्यालय में एक नई परंपरा शुरू की है. जबकि बीएचयू परिसर में आज तक कभी इफ्तार पार्टी आयोजित नहीं की गई है. छात्र नेता ने बताया कि वह इस इफ्तार का विरोध करते है और इसी के चलते शनिवार को तमाम छात्रों ने प्रधानमंत्री, राष्ट्रपति, शिक्षा मंत्री सहित मुख्यमंत्री को अपने खून से पत्र लिखा है और इस मामले में सख्त से सख्त कार्रवाई करने की मांग उठाई है.
यह भी पढ़ें- वाराणसी: ज्ञानवापी परिसर में मां श्रृंगार गौरी विवाद? क्या कहता है इतिहास?
गौरतलब है कि महाविद्यालय में रोजा इफ्तार की पार्टी में कुलपति प्रो. सुधीर कुमार जैन के साथ ही प्रॉक्टर प्रो. वीके शुक्ला सहित अनय अधिकारी और शिक्षक शामिल हुये. इसके चलते छात्रों में आक्रोश है और लगातार वह कुलपति आवास के बाहर आंदोलन कर रहे थे. छात्रों ने इससे पहले कुलपति आवास का शुद्धिकरण किया. मुंडन करने के साथ ही हनुमान चालीसा पढ़ी और ध्वजा स्थापना कर अपना विरोध जारी रखा.
ऐसी ही जरूरी और विश्वसनीय खबरों के लिए डाउनलोड करें ईटीवी भारत ऐप