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विश्वविद्यालयों में लागू हुई रोटेशन व्यवस्था, 50 फीसदी ही आएंगे कर्मचारी - वाराणसी विश्वविद्यालयों में लागू होगा रोस्टर सिस्टम

कोरोना के कारण वाराणसी में विश्वविद्यालयों में रोटेशन सिस्टम लागू कर दिया गया है. साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल परिसर के छात्रावास को खाली कराने का भी निर्णय लिया है.

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Published : Apr 24, 2021, 2:30 AM IST

वाराणसी: जिले में कोरोना के कहर को देखते हुए विश्वविद्यालयों में रोटेशन व्यवस्था लागू की गई है. इसी क्रम में वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में रोटेशन व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया गया है. अब विश्वविद्यालय में रोटेशन के तहत 50 फीसदी ही कर्मचारी कार्यालय बुलाए जाएंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल परिसर के छात्रावास को खाली कराने का भी निर्णय लिया है. जिससे विद्यार्थी सकुशल अपने घर चले जाएं.

यह भी पढ़ें: झारखंड से 'सांसें' लेकर यूपी को निकली ऑक्सीजन एक्सप्रेस, जानें एक टैंकर में है कितना लीटर

खाली कराये जा रहे छात्रावास

शासन द्वारा 15 मई तक सभी परीक्षाओं को रद्द करने का निर्देश दे दिया गया है. ऐसे में सभी कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं. इस बारे में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुधाकर मिश्र ने बताया कि अब 15 मई के बाद ही कक्षाओं और परीक्षाओं के संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा. ऐसे में विद्यार्थियों को तत्काल छात्रावास खाली करने के निर्देश दिए गए हैं.

परीक्षा के समय नए सिरे से छात्रावासों का होगा आवंटन

प्रोफेसर सुधाकर मिश्र ने बताया कि आनंदमई महिला छात्रावास खाली हो गया है. सभी छात्राएं अपने घर जा चुकी हैं. अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास में 15 छात्र रह रहे हैं. उन्हें भी तत्काल छात्रावास खाली करने के लिए कहा गया है. इसी प्रकार गंगनाथ झा छात्रावास, पंडित शिवकुमार शास्त्री छात्रावास में भी 25 फीसदी विद्यार्थी रह रहे हैं. उन्हें भी छात्रावास खाली कराने की नोटिस दी गई है. उन्होंने बताया कि परीक्षाओं के समय नए सिरे से छात्रावास आवंटित कर दिए जाएंगे.

वाराणसी: जिले में कोरोना के कहर को देखते हुए विश्वविद्यालयों में रोटेशन व्यवस्था लागू की गई है. इसी क्रम में वाराणसी के महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के बाद संपूर्णानंद संस्कृत विश्वविद्यालय में रोटेशन व्यवस्था लागू करने का निर्णय लिया गया है. अब विश्वविद्यालय में रोटेशन के तहत 50 फीसदी ही कर्मचारी कार्यालय बुलाए जाएंगे. इसके साथ ही विश्वविद्यालय प्रशासन ने तत्काल परिसर के छात्रावास को खाली कराने का भी निर्णय लिया है. जिससे विद्यार्थी सकुशल अपने घर चले जाएं.

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खाली कराये जा रहे छात्रावास

शासन द्वारा 15 मई तक सभी परीक्षाओं को रद्द करने का निर्देश दे दिया गया है. ऐसे में सभी कक्षाएं ऑनलाइन चल रही हैं. इस बारे में विश्वविद्यालय के प्रोफेसर सुधाकर मिश्र ने बताया कि अब 15 मई के बाद ही कक्षाओं और परीक्षाओं के संबंध में कोई निर्णय लिया जाएगा. ऐसे में विद्यार्थियों को तत्काल छात्रावास खाली करने के निर्देश दिए गए हैं.

परीक्षा के समय नए सिरे से छात्रावासों का होगा आवंटन

प्रोफेसर सुधाकर मिश्र ने बताया कि आनंदमई महिला छात्रावास खाली हो गया है. सभी छात्राएं अपने घर जा चुकी हैं. अंतर्राष्ट्रीय छात्रावास में 15 छात्र रह रहे हैं. उन्हें भी तत्काल छात्रावास खाली करने के लिए कहा गया है. इसी प्रकार गंगनाथ झा छात्रावास, पंडित शिवकुमार शास्त्री छात्रावास में भी 25 फीसदी विद्यार्थी रह रहे हैं. उन्हें भी छात्रावास खाली कराने की नोटिस दी गई है. उन्होंने बताया कि परीक्षाओं के समय नए सिरे से छात्रावास आवंटित कर दिए जाएंगे.

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