वाराणसीः धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में दुर्गाकुंड स्थित धर्म संघ में केंद्रीय ब्राह्मण महासभा द्वारा राष्ट्रीय ब्राह्मण महाधिवेशन रजत महोत्सव का आयोजन किया गया. कार्यक्रम में बतौर मुख्य अतिथि मौजूद भारत सरकार के केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र नाथ पांडेय ने कार्यक्रम का शुभारंभ किया.
ब्राह्मण महाधिवेशन रजत महोत्सव का आयोजन
रविवार को काशी नगरी में आयोजित राष्ट्रीय ब्राह्मण महाधिवेशन में देश के कोने-कोने से ब्राह्मण प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिसमें केरल, उड़ीसा, कर्नाटक, दिल्ली और मुंबई से लगभग दो हजार से ज्यादा लोग मौजूद रहे. कार्यक्रम में केंद्रीय ब्राह्मण महासभा ने भारत सरकार को आकृष्ट करने के लिए छह सूत्रीय प्रस्ताव दिए.
छह सूत्रीय प्रस्ताव
- मठ मंदिर से विप्र समाज को दूर किया जा रहा है, सरकार द्वारा बोर्ड या ट्रस्ट बनाकर अधिकृत न किए जाने के लिए संघन कराते हैं. उपरोक्त स्थलों पर ब्राह्मण समाज को सर्वाधिकार प्राप्त कराया जाए.
- वैदिक एवं स्नातक शिक्षा संस्कृत भाषा में ग्रहण करने वाले वैदिक विद्यार्थी, शास्त्री, आचार्य की उपाधि जिनको प्राप्त है, सरकार द्वारा नियुक्त बंद की गई है. संस्कृत विद्वानों की नियुक्ति की जाए.
- सरकार द्वारा विश्वविद्यालय-महाविद्यालयों के पास मेडिकल वालों को नारकोटिक्स मेडिसिन का लाइसेंस देकर नशीली दवाएं और इंजेक्शन सुलभता से उपलब्ध कराए जा रहे हैं. सरकार से निवेदन है कि लाइसेंस देना बंद करे.
- एससी एसटी एक्ट का दुरुपयोग रोका जाए.
- सरकार आरक्षण को पूर्ण रूप से खत्म करे. अगर आरक्षण को खत्म नहीं कर सकती तो आर्थिक रूप से आरक्षण को बहाल करें.
- ब्राह्मण समाज का कोई भवन नहीं है, जहां ब्राह्मणों को समुचित कार्यक्रम विशेष बैठक हो. इसीलिए कम से कम दस हजार वर्ग फुट जमीन उपलब्ध कराई जाए.
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कार्यक्रम में देश के कोने-कोने से ब्राह्मण प्रतिनिधि पहुंचे हैं. कार्यक्रम में ब्राह्मणों का किस तरह विकास हो सके इस पर चर्चा की गई. कार्यक्रम में मुख्य अतिथि केंद्रीय मंत्री डॉक्टर महेंद्र पांडेय मौजूद रहे.
-श्रीराम त्रिवेदी, राष्ट्रीय प्रवक्ता, केंद्रीय ब्राह्मण महासभा