वाराणसी: पीएम मोदी के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में राजस्थान के राज्यपाल कलराज मिश्र (rajasthan governor Kalraj Mishra) अपने एक दिवसीय दौरे पर पहुंचे, जहां पर उन्होंने बाबा विश्वनाथ मंदिर में पूजन किया. इसके बाद उनको काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान संकाय (Faculty of Social Sciences) और पंडित दीनदयाल उपाध्याय पीठ (Pandit DeenDayal Upadhyaya Shodh Peeth) की ओर से राज्यपाल को सम्मानित किया गया.
पूरे देश में अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसके मद्देनजर विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजन किए जा रहे हैं. इसी कड़ी में सोमवार को वाराणसी के काशी हिंदू विश्वविद्यालय में सामाजिक विज्ञान संकाय और पंडित दीनदयाल उपाध्याय शोध पीठ विभिन्न क्षेत्रों में कार्य करने वाले 75 लोगों को सम्मानित करने का लक्ष्य रखा है, जिनमें शिक्षा, चिकित्सा, सांस्कृतिक, धार्मिक ऐसे बहुत से लोग जो नि:स्वार्थ भाव से समाज की सेवा कर रहे हैं. सम्मान समारोह की अध्यक्षता काशी हिंदू विश्वविद्यालय के कार्यवाहक कुलपति प्रोफेसर विकी शुक्ला ने किया. वहीं, कार्यक्रम का संयोजक सामाजिक विज्ञान संकाय के अध्यक्ष प्रोफेसर कौशल किशोर मिश्रा ने किया.
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इस मौके पर अपने संबोधन में राज्यपाल कलराज मिश्र ने कहा कि विपन्नों की चिंता संपन्न लोगों को ही करनी होगी, जब तक संपन्न लोग समाज के विपन्न लोगों की ओर हाथ नहीं बढ़ाएंगे तब तक पं. दीनदयाल उपाध्याय की परिकल्पना के अनुरूप स्वस्थ समाज नहीं बनाया जा सकेगा.
उन्होंने उदाहरण देते हुए कहा कि जिस प्रकार यदि किसी मनुष्य की आंख न हो, सुनाई नहीं देता हो, बोल न पाता हो या पैर टूटा हो तो लोग यह नहीं कहते कि आदमी आ रहा है, लोग कहते हैं अंधा, लंगड़ा, गूंगा या बहरा आ रहा है.
वहीं, जब पूर्ण रूप से स्वस्थ कोई व्यक्ति आता है तो लोग कहते हैं आदमी आ रहा है. बिल्कुल ऐसी ही दशा हमारे समाज की भी है. हमारे समाज में विपन्नता, पिछड़ापन, अशिक्षा जैसी तमाम विसंगतियों जब तक है तब तक स्वस्थ समाज नहीं बन सकता है.
कौशल किशोर मिश्रा ने बताया पूरे देश में आजादी के स्वतंत्रता सेनानियों को याद करते हुए 75 वां अमृत महोत्सव मनाया जा रहा है. इसी के तहत हम लोगों ने राजस्थान राज्यपाल को सम्मानित किया. आने वाले दिनों में हम विभिन्न क्षेत्र में कार्य करने वाले 75 लोगों को सम्मानित करेंगे.
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