वाराणसी: वाराणसी के मण्डुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम शासन के संस्तुति और रेल मंत्रालय के निर्देशों के बाद भले कागजों में बदल गया हो लेकिन अभी बनारस स्टेशन के नाम के बोर्ड और डिजिटल बोर्ड लगाए जाने का काम शुरू नहीं हुआ है. इसकी बड़ी वजह यह है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी बनारस के इस नए रेलवे स्टेशन के नाम के साथ इसका लोकार्पण करेंगे. माना जा रहा है, कि पीएम मोदी 19 अक्टूबर को अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी आ सकते हैं. हालांकि अभी इस बात की पुष्टि न ही पूर्वोत्तर रेलवे कर रहा है और न ही बीजेपी के कोई नेता, लेकिन चर्चाओं के बीच बाजार गर्म है कि प्रधानमंत्री बनारस में नए बनारस रेलवे स्टेशन का लोकार्पण जल्द करेंगे.
दरअसल, अब से कुछ दिन पहले उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल की संस्तुति के बाद लोक निर्माण विभाग ने अधिसूचना जारी कर मण्डुआडीह रेलवे स्टेशन का नाम बनारस किए जाने के संदर्भित अधिसूचना जारी कर दी थी. जिसके बाद रेलवे बोर्ड ने भी नाम में परिवर्तन की कवायद शुरू करते हुए स्टेशन कोड जारी कर BSBS कर दिया था. साथ ही यहां पर बोर्ड से लेकर तमाम जगहों पर मण्डुआडीह हटाकर बनारस लिखे जाने की कवायद शुरू हुई लेकिन बाद में फिर से स्टेशन पर मण्डुआडीह का नाम ही दिखने लगा.
इसकी बड़ी वजह यह थी कि सिस्टम में मण्डुआडीह का नाम ही अपडेट था और रिजर्वेशन करवाने वालों को दिक्कत हो रही थी, मगर अब उम्मीद जताई जा रही है कि 19 अक्टूबर को प्रधानमंत्री मोदी वाराणसी आएंगे और इस नए बनारस स्टेशन का लोकार्पण करेंगे.