वाराणसी: कोविड-19 की संभावित तीसरी लहर व बच्चों में कोविड संक्रमण (third wave of corona) के प्रबंधन की तैयारियों को लेकर शनिवार को जिले के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों (सीएचसी) सहित बीएचयू मेडिकल कॉलेज (BHU Medical College) व पंडित दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय (Pandit Deendayal Upadhyay Government Hospital) में मॉक ड्रिल (mock drill) किया गया. इस दौरान पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय में महानिदेशालय चिकित्सा स्वास्थ्य सेवा लखनऊ की ओर से नामित अपर निदेशक डॉ. सतीश चन्द्र सिंह और मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह ने मॉकड्रिल का निरीक्षण किया.
इस मॉकड्रिल में बच्चों के लिए कोविड-19 प्रबंधन की तैयारियों, चिकित्सकों व चिकित्सा कर्मियों की तैयारियों, दवाओं और उपकरणों की क्रियाशीलता को परखा गया. जनपद की कोविड-19 केयर चिकित्सा इकाईयों में पीडियाट्रिक आयु वर्ग में कोविड संक्रमण के प्रबंधन की तैयारियों व अन्य किए जाने वाले सुधारात्मक कार्यों को चिन्हित किया गया.
वहीं, इस मॉकड्रिल से प्रशिक्षित किए गए चिकित्साकर्मी अपने तैयारियों के बारे में गहनता से जान सके. डॉ. वीबी सिंह ने कहा कि प्रधानमंत्री के सुझाए गए विजन जहां बीमार-वहां इलाज को साकार करने के लिए जनपद में चारों ओर तैयार किए गए कोविड-19 केयर पीडियाट्रिक चिकित्सा इकाईयों पर संभावित तीसरी लहर के मद्देनजर मॉकड्रिल का कार्य सफलतापूर्वक सम्पन्न किया गया.
इसे भी पढ़ें - सीएम योगी पर बरसे सपा नेता, कहा- लोगों के लिए बाबा के पास नहीं है वक्त
जनपद के छह सामुदायिक स्वास्थ्य केन्द्रों सीएचसी चोलापुर, सीएचसी अराजीलाइन, सीएचसी नरपतपुर, सीएचसी गंगापुर पिंडरा, सीएचसी हाथी बाज़ार, सीएचसी मिसिरपुर पर आक्सीजन युक्त 30-30 बेड तैयार किए गए हैं.
इसी प्रकार दीनदयाल में पीडियाट्रिक के आक्सीजन युक्त 64 बेड तैयार किए गए हैं, जिसमें 20 आईसीयू के बेड तैयार हैं. इसी प्रकार बीएचयू मेडिकल कॉलेज में कोविड के आक्सीजन युक्त पीडियाट्रिक व आईसीयू बेड तैयार किए गए हैं.
पं. दीनदयाल उपाध्याय राजकीय चिकित्सालय के अपर निदेशक डॉ. सतीश चन्द्र सिंह, मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ. वीबी सिंह और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. आरके सिंह की उपस्थित में मॉकड्रिल किया गया, जिसमें डॉ. आर के यादव सहित अन्य बाल रोग विशेषज्ञों ने सहयोग किया.
इसी प्रकार बीएचयू मेडिकल कॉलेज में मॉकड्रिल का कार्य सम्पन्न किया गया. मॉकड्रिल के दौरान एक डमी कोविड संक्रमित बच्चे को एंबुलेंस से उसके अभिभावक के जरिए डॉक्टर के पास लाया गया.
कोविड-19 प्रोटोकॉल के अनुसार चिकित्सा कर्मियों की ओर से उस बच्चे की जांच कर आईसीयू बेड तक ले जाया गया. इस दौरान चिकित्सक व चिकित्साकर्मियों की ओर से इलाज के समस्त मानकों का अनुपालन किया गया.