वाराणसी : जिले के फूलपुर थाना क्षेत्र के करखियाव गांव से धर्मांतरण कराने का मामला सामने आया है. पुलिस ने धर्मांतरण कराने के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार किया है. आरोप है कि तीन लोग करखियाव में एक विश्वकर्मा परिवार का ईसाई धर्म में परिवर्तन करा रहे थे. फिलहाल पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है और पूछताछ कर रही है. स्थानीय लोगो के मुताबिक, बीते मंगलवार की रात को कारखियाव गांव में तीन लोग आए थे. जिनके पास ईसाई धर्म से जुड़े समान एवं बाइबिल ग्रंथ था. ग्रामीणों को सूचना मिली थी कि तीन लोग बाहर से धर्मांतरण कराने आए हैं, जिसमें एक महिला और दो पुरुष शामिल हैं.
बाहर से आए ये लोग एक विश्वकर्मा परिवार का धर्मांतरण करा रहे हैं. मामले की जानकारी मिलते ही कई ग्रामीण व हिंदूवादी संगठन के कुछ लोग मौके पर पहुंच गए. स्थानीय लोगों ने जब तीनों आरोपियों की तलाशी ली तो उनके पास ईसाई धर्म से जुड़ा कुछ सामान और बाइबिल ग्रंथ मिला है. जिसके बाद लोगों ने इसकी सूचना पुलिस को दी. सूचना पर पहुंची पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया और छानबीन में जुट गई.
हिंदू जागरण मंच के प्रदेश मंत्री गौरी सिंह ने बताया कि हम लोगों सूचना मिली की ग्राम सभा करखियाव में धर्मांतरण कराने के लिए 3 ईसाई एजेंट बंधक बनाए गए हैं. जब हिंदू जागरण मंच के कार्यकर्ताओं ने उनका बैग चेक किया तो उनके पास से ईसाई धर्म से जुड़े साहित्य बाइबल एवं अन्य सामान मिला है. आरोपियो के पास से मिले सभी सामान की वीडियोग्राफी की गई है. भारतीय किसान यूनियन लोक शक्ति के जिला अध्यक्ष धनंजय सिंह ने बताया कि यह लोग यहां आकर ईसाई धर्म का प्रचार प्रसार करते हैं. ये गरीब तबके के लोगों को बहलाकर-फुसलाकर अपने संगठन में शामिल करने का काम करते हैं.
गांव के एक व्यक्ति का कहना है कि गांव में ईसाई धर्म के लोग आकर गरीब तबके के विश्वकर्मा परिवार का धर्म परिवर्तन करा रहे थे. इन लोगों के पास ईसाई धर्म से जुड़ा सामान मिला है. पकड़े गए आरोपियों ने धर्मांतरण की बात स्वीकार की है. पुलिस ने बताया कि सूचना मिली थी कि, करखियाव गांव में कुछ लोग विश्वकर्मा परिवार के यहां धर्म परिवर्तन कराने आए थे. गांव के ही कुछ लोग आरोपियों को थाने पर पकड़ लाए थे.
आज सीओ को मामले की जांच करने के लिए भेजा गया था. ग्रामीणों द्वारा एक प्रार्थना पत्र भी दिया गया है, जिसके आधार पर मुकदमा पंजीकृत कर लिया गया है. पूछताछ में पता चला कि विश्वकर्मा परिवार है उनके यहां मृत्यु हुई थी. जिसमें पकड़े गए आरोपी शांति पाठ कराने आए थे. विवेचना में जो बात निकलकर सामने आएगी उसके अनुसार कार्रवाई की जाएगी.
इसे पढ़ें- बसपा नेता के बीजेपी में शामिल होते ही बवाल, रीता बोलीं- मेरा घर जलाने का आरोपी है बबलू