वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं. इसके तहत विश्वविद्यालय परिसर में सात दिवसीय शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया है. इसी क्रम में दूसरे दिन विश्वविद्यालय परिसर के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में काव्य संगम का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार अखिलेन्द्र मिश्र द्वारा रचित अखिलामृतम पुस्तक का भी लोकार्पण हुआ.
काशी विद्यापीठ शताब्दी समारोह : दूसरे दिन कवियों ने काव्य पाठ से बांधा शमा - प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार अखिलेन्द्र मिश्र
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के सात दिवसीय शताब्दी समारोह के दूसरे दिन काव्य संगम का आयोजन किया गया. इस मौके पर कवियों ने काव्य पाठ कर सभी का मन मोह लिया.
काशी विद्यापीठ शताब्दी समारोह.
वाराणसी : महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ के 100 वर्ष पूरे हो गए हैं. इसके तहत विश्वविद्यालय परिसर में सात दिवसीय शताब्दी समारोह का आयोजन किया गया है. इसी क्रम में दूसरे दिन विश्वविद्यालय परिसर के गांधी अध्ययन पीठ सभागार में काव्य संगम का आयोजन किया गया. इस दौरान प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार अखिलेन्द्र मिश्र द्वारा रचित अखिलामृतम पुस्तक का भी लोकार्पण हुआ.
आयोजित काव्य समारोह में देश के विभिन्न कोनों से कवियों ने शिरकत की. इसके साथ ही उन्होंने काव्य पाठ कर सभी का मन मोह लिया. इस दौरान वीर रस में अपनी रचना लिखने वाले कवि अभय सिंह निर्भीक ने देश के वीर सपूतों को नमन करते हुए वीर रस की कविता सुनाकर सभी के अंदर ऊर्जा भर दी. उन्होंने अपनी कविताओं में पूरे भारत को चित्रित किया साथ ही आधुनिक प्रसंगों पर व्यंग भी किया. इस अवसर पर वही श्रृंगार रस की कवयित्री मणिका दुबे ने श्रृंगार रस की कविताएं सुनाकर सभी का मन मोह लिया. उन्होंने सियाराम से लेकर हीर रांझा व वर्तमान समय के प्रेम को श्रृंगार रस में पिरो कर लोगों तक पहुंचाया. वहीं दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने करतल ध्वनि से उनकी हौसला अफजाई की.अखिलामृतम पुस्तक का हुआ विमोचन
आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार अखिलेन्द्र मिश्र, जिन्हें हम बतौर रावण रामायण में देखा करते थे, उनके द्वारा लिखित पुस्तक अखिलामृतम का लोकार्पण हुआ. अखिलेश मिश्र ने बताया कि अखिलामृतम पुस्तक में भारत के दर्शन को समाहित किया गया है. इसमें कुल 25 कविताएं लिखी गई हैं, जिनमें से 23 कविताएं हिंदी में व दो कविताएं भोजपुरी में लिखी गई है. उन्होंने बताया कि यह कविता संग्रह महादेव की देन है और इस कविता में भी शिव को समाहित किया गया है. यह कविता मानव जीवन का दर्शन है.
आयोजित काव्य समारोह में देश के विभिन्न कोनों से कवियों ने शिरकत की. इसके साथ ही उन्होंने काव्य पाठ कर सभी का मन मोह लिया. इस दौरान वीर रस में अपनी रचना लिखने वाले कवि अभय सिंह निर्भीक ने देश के वीर सपूतों को नमन करते हुए वीर रस की कविता सुनाकर सभी के अंदर ऊर्जा भर दी. उन्होंने अपनी कविताओं में पूरे भारत को चित्रित किया साथ ही आधुनिक प्रसंगों पर व्यंग भी किया. इस अवसर पर वही श्रृंगार रस की कवयित्री मणिका दुबे ने श्रृंगार रस की कविताएं सुनाकर सभी का मन मोह लिया. उन्होंने सियाराम से लेकर हीर रांझा व वर्तमान समय के प्रेम को श्रृंगार रस में पिरो कर लोगों तक पहुंचाया. वहीं दर्शक दीर्घा में बैठे लोगों ने करतल ध्वनि से उनकी हौसला अफजाई की.अखिलामृतम पुस्तक का हुआ विमोचन
आयोजित कार्यक्रम में प्रसिद्ध बॉलीवुड कलाकार अखिलेन्द्र मिश्र, जिन्हें हम बतौर रावण रामायण में देखा करते थे, उनके द्वारा लिखित पुस्तक अखिलामृतम का लोकार्पण हुआ. अखिलेश मिश्र ने बताया कि अखिलामृतम पुस्तक में भारत के दर्शन को समाहित किया गया है. इसमें कुल 25 कविताएं लिखी गई हैं, जिनमें से 23 कविताएं हिंदी में व दो कविताएं भोजपुरी में लिखी गई है. उन्होंने बताया कि यह कविता संग्रह महादेव की देन है और इस कविता में भी शिव को समाहित किया गया है. यह कविता मानव जीवन का दर्शन है.