बाराबंकी: प्रधानमंत्री मोदी द्वारा "मन की बात" कार्यक्रम में बाराबंकी का चार बार जिक्र किए जाने से जिलेवासी अपने को गौरवांवित महसूस कर रहे हैं. इस बार पीएम मोदी ने जिले के एक और उन्नतशील किसान हरिश्चन्द्र का जिक्र किया है, जो चिया सीड की खेती कर रहा है. पीएम मोदी ने रविवार को 'मन की बात' में कहा कि बाराबंकी के इस किसान की ये खेती न केवल उसकी आय बढ़ाएगी बल्कि आत्मनिर्भर भारत मे अपना योगदान भी देगी.
चिया सीड के लिए अमेरिका और चीन की ओर नहीं देखेगा भारत
करीब ढाई वर्ष पहले खेती में कुछ नया करने के इरादे से रिटायर्ड कर्नल हरिश्चंद्र ने बाराबंकी जिले के सिद्धौर ब्लॉक के अमसेरुआ गांव में करीब तीन एकड़ जमीन खरीदी. वर्तमान में सुल्तानपुर सैनिक कल्याण बोर्ड के अधिकारी हरिश्चन्द्र ने यहां हाईटेक फार्म हाउस विकसित कर नई किस्मों की खेती शुरू की. उन्होंने चीन और अमेरिका में सुपर फूड के रूप में प्रचलित चिया सीड को पैदा करने का फैसला किया. इसके लिए कई लोगों से संपर्क कर इस फसल के लिए जमीन तैयार की और नवंबर महीने में करीब आधे एकड़ खेत में चिया सीड की फसल उगा डाली.
क्या है चिया सीड
चिया के बीज को साल्विया हिस्पैनिका वैज्ञानिक नाम से जाना जाता है. ये मिंट फैमिली का पौधा माना जाता है. ये मध्य अमेरिका में पाए जाते हैं. इसे सबसे पहले मैक्सिको सिटी में उगाया गया था. इसका रंग सफेद, भूरा और काला होता है. आकर में भले ही ये छोटा हो, लेकिन ये बहुत ही पौष्टिक होता है. इसमें कैल्शियम, फाइबर, प्रोटीन, फैटी एसिड्स और तमाम माइक्रोन्यूट्रिएंट पाए जाते हैं. चिया बीज वजन घटाने में बहुत कारगर माना जाता है. ये औषधीय गुणों से भरपूर है लिहाजा पिछले कुछ समय से भारत मे भी बहुत लोकप्रिय हो रहा है. अमेरिका और चीन में इसे खूब उगाया जाता है. भारत मे इसकी खेती मंदसौर और नीमच में होती थी. यूपी में इसकी खेती बाराबंकी से शुरू हुई है.
फार्म हाउस पर और भी फसलें
खेती में नए प्रयोग करने की ख्वाहिश रखने वाले हरिश्चन्द्र ने अपने फार्म हाउस पर ड्रैगनफूड, ग्रीन ऐप्पल, रेड ऐप्पल, बेर समेत कई फसलें तैयार कर रहे हैं. पीएम मोदी द्वारा हरिश्चंद्र का नाम अपने कार्यक्रम 'मन की बात' में लिए जाने से वह खासा उत्साहित हैं. पीएम मोदी ने हरिश्चन्द्र की चिया सीड खेती का जिक्र करते हुए कहा कि ये न सिर्फ हरिश्चन्द्र की आय बढ़ाएगी बल्कि आत्मनिर्भर भारत मे अपना योगदान भी देगी.उत्साहित हरिश्चन्द्र ने कहा कि उनका नाम लिए जाने से पीएम ने किसानों का मान बढ़ाया है.