वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गुरुवार को बनारस में एक तरफ जहां विकास योजनाओं का शिलान्यास और लोकार्पण किया. वहीं, चुनावी मूड में भी प्रधानमंत्री दिखाई दिए. प्रधानमंत्री ने बिना किसी पार्टी का नाम लिए ही जमकर निशाना साधा.
पीएम मोदी ने करखियांव में जनसभा को संबोधित करते हुए कहा कि 'मैं जब काशी के, यूपी के विकास में, डबल इंजन की डबल शक्ति की बात करता हूं तो कुछ लोगों को कष्ट ज्यादा ही हो जाता है.' ये वो लोग हैं जिन्होंने उत्तर प्रदेश को सिर्फ जाति, मजहब, पंथ, के चश्मे से ही देखा.
पीएम मोदी ने कहा कि सबका साथ, सबका विकास, सबका विश्वास और सबका प्रयास की भाषा भी उनके सिलेबस, उनकी डिक्शनरी से बाहर है. उनके सिलेबस में, उनकी डिक्शनरी में, उनकी सोच में माफियावाद, परिवारवाद है. उनके सिलेबस में है- घरों-जमीनों पर अवैध कब्जा. पीएम मोदी ने कहा कि 'हम यूपी में विरासत को भी बढ़ा रहे हैं, यूपी का विकास भी कर रहे हैं.
लेकिन सिर्फ अपना स्वार्थ सोचने वालों को यूपी का विकास पसंद नहीं आ रहा है. हालात तो ये हैं कि इन लोगों को पूर्वांचल के विकास से, बाबा विश्वनाथ धाम से भी आपत्ति होने लगी है. पीएम ने कहा कि उत्तर प्रदेश को दशकों पीछे धकेलने वाले इन लोगों की नाराजगी अभी और बढ़ेगी. जिस तरह पूरे यूपी के लोग हमें आशीर्वाद दे रहे हैं और जैसे-जैसे आशीर्वाद बढ़ता जाता है. उनका गुस्सा सातवें आसमान पर पहुंचेगा.
इसे भी पढ़ें-पूर्वांचल का विकास और बाबा विश्वनाथ धाम से भी विपक्ष को आपत्तिः PM मोदी
पीएम मोदी ने मंच से संबोधित करते हुए कहा कि दुग्ध क्रांति के साथ ही हम गाय और गाय के गोबर के महत्व को लोगों तक पहुंचाने का काम कर रहे हैं. यहां गाय की बात करना गोधन की बात करना गुनाह बना दिया गया है. लोग गाय की बात नहीं करना चाहते हैं, लेकिन हम यह बता देना चाहते हैं, गाय लोगों के लिए गुना हो सकती है, लेकिन हमारे लिए यह मां है और पूजनीय हैं.