वाराणसीः बनारस के काशी हिंदू विश्वविद्यालय (Kashi Hindu University) के एम्फीथिएटर ग्राउंड में शनिवार को सेंट्रल जोन की 5 दिव्यांग टीमों के बीच 20-20 मैच खेल गया. ये टीमें दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप की हैं. ये टीमें रविवार को फाइनल मुकाबला खेलेंगी. इसके बाद विश्व कप टीम के लिए भारतीय खिलाड़ियों का चयन होगा. ऑल इंडिया क्रिकेट एसोसिएशन के फिजिकली चैलेंज्ड सेंट्रल जोन अध्यक्ष डॉ. संजय चौरसिया ने बताया कि दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप के लिए नवंबर में चयन पूरा हो जाएगा.
डॉ. संजय चौरसिया ने कहा कि सीएस इन्फोकॉम चैंपियंस ट्रॉफी का आयोजन किया जा रहा है. इसमें 5 टीमें उत्तर प्रदेश, राजस्थान, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और विदर्भ की टीमें हिस्सा ले रही हैं. 20-20 क्रिकेट मैच हो रहा है और रविवार को इसका फाइनल बीएचयू के एम्फीथिएटर ग्राउंड पर होगा. कुल 75 खिलाड़ियों में से राष्ट्रीय स्तर के दिव्यांग खिलाड़ियों का चयन किया जाएगा.
उन्होंने बताया कि नवंबर में दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप के लिए भी भारतीय टीम का चयन चैंपियंस ट्रॉफी के आधार पर किया जाना है. कुछ वक्त पहले भारत-बांग्लादेश दिव्यांग क्रिकेट मैच हुआ था. इसके बाद निर्णय लिया गया कि दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप भी किया जाए. दिव्यांग क्रिकेट में क्रांति लाने का प्रयास किया जा रहा है. चौंपियन ट्रॉफी महाराष्ट्र और गुजरात में होगी.
विश्वकप कराने का अजीत वाडेकर ने लिया था संकल्प
डॉ. संजय चौरसिया ने बताया कि दिव्यांग क्रिकेट विश्वकप के लिए मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के पहले अध्यक्ष अजीत वाडेकर ने रूपरेखा बनाई थी. अजीत वाडेकर के संकल्प को पूरा करने के लिए पूर्व क्रिकेटर घावरी जोकि AICAPC के अध्यक्ष हैं, उन्होंने यह बीड़ा उठाया है. उन्होंने संकल्प लिया है कि इस वर्ष के अंत तक दिव्यांगों का एक विश्वकप कराया जाएगा. दिव्यांग क्रिकेट विश्व कप के लिए भारतीय टीम में चयन प्रक्रिया की शुरुआत शनिवार को वाराणसी में शुरू हो गई.
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