वाराणसी: पीएम मोदी अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी का विकास जापान के शहर क्योटो के तर्ज पर करना चाहते है, लेकिन स्थानीय निकाय नगर निगम प्रधानमंत्री के सपने पर पानी फेर रहा है. शहर में चल रहे तमाम विकास कार्यों के बावजूद भी कुछ क्षेत्र ऐसे हैं, जहां लोगों को अपनी मूलभूत समस्याओं से आज भी रूबरू होना पड़ा है. जिले के पाश इलाकों में शुमार सोनिया क्षेत्र में सड़क पर पिछले एक हफ्ते से सीवर का पानी भर जाता है. हल्की बारिश की वजह से यह पानी और भी ज्यादा बढ़ जाता है, जिससे लोगों को काफी समस्याओं का सामना करना पड़ता है. एक वर्ष ऐसा हो रहा है.सीवर साफ होता कुछ दिन नही होता फिर होता है.Body:सुबह शाम और बारिश में लगता है पानी
सोनिया क्षेत्र का सीवर पूरी तरीके से जाम होने की वजह से जब भी घरों में पानी का इस्तेमाल ज्यादा किया जाता है तो सीवर ओवरफ्लो होकर सड़क पर आ जाता है. उसके साथ ही बारिश होने पर भी बिल्कुल झील का नजारा नजर आता है. स्थानीय लोगों के साथ बाहर से आने वाले पर्यटकों को भी इसी रास्ते से गुजरना पड़ता है.
विजय कुमार गुप्ता ने बताया कि सीवर का पानी बारिश होने की वजह से और बढ़ जाता है. बगल में नगर निगम है. कई अधिकारी इसी रास्ते से गुजरते हैं, लेकिन किसी को कोई फर्क नहीं पड़ता है. बाहर से आने वाले तीर्थ यात्रियों के लिए काशी विश्वनाथ और गंगा जी जाने का मात्र एक मार्ग है. इसी रास्ते से लोग गुजरते हैं. लगभग 2000 से ज्यादा लोग इस समस्या से प्रभावित हैं. इस समय वायरल फीवर और डेंगू फैला है. ऐसे में इस पानी में चलने से हमें डर लगता है, कहीं हम भी बीमार न पड़ जाए.
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डबलू ने बताया कि शहर के पास सोनिया क्षेत्र है. बगल में मौलवीबाग है. पतंग और जर्दा के लिए औरंगाबाद प्रसिद्ध है. बारिश हो चाहे न हो कभी भी यहां पर पानी भर जाता है. ऐसे में हम लोगों को काफी दिक्कतों का सामना करना पड़ता है. कई बार संबंधित अधिकारी से इसकी शिकायत की गई, लेकिन कोई सुध लेने वाला नहीं है. वैश्विक महामारी के दौर में इन दिनों शहर में डेंगू और वायरल फीवर का प्रकोप है. पानी भर जाने की वजह से यहां सही से सफाई भी नहीं हो पाती है.