वाराणसी: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने कोरोना की दूसरी लहर में अपने संसदीय क्षेत्र वाराणसी (Parliamentary Constituency Varanasi) में वैक्सीनेशन को लेकर काशीवासियों से पूरे देश के सामने बेहतरीन उदाहरण बनने की अपील की. जिसके बाद काशीवासियों ने इस अपील को धरातल पर सार्थक करके दिखाया है. वाराणसी ने न सिर्फ दूसरी लहर को मात दी. बल्कि पूरे देश में कोविड टीके की पहली डोज शत प्रतिशत लगने वाले जिले के रूप में सामने आया. वहीं कोविड टीकाकरण टेस्टिंग (covid vaccination testing) में यूपी पहला राज्य बन गया है. स्वाथ्य विभाग की माने तो जनपद में पहली डोज शत प्रतिशत लग गई है. साथ ही दूसरी डोज के लिए मेगा अभियान चलाया जा रहा है.
बता दें कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के निर्देश पर प्रधानमंत्री के संसदीय क्षेत्र वाराणसी में कोरोना वायरस रोधी टीका लगाने का अभियान तेजी से चल रहा है. वाराणसी के मुख्य चिकित्सा अधिकारी संदीप चौधरी ने बताया कि वाराणसी ने लक्ष्य के मुताबिक कोविड की पहली डोज लगाने में 100 प्रतिशत से अधिक की उपलब्धि हासिल की है. दूसरी डोज भी करीब 65 प्रतिशत से अधिक लोगों को लगाई जा चुकी है. शेष लोगों को दूसरी डोज लगाने के लिए प्रशासन नई योजना बना रही है. जिसे जल्दी ही लागू कर दिया जाएगा. वहीं 15 से 17 वर्ष तक के बच्चों को भी टीका लगाने का काम भी युद्धस्तर पर चलाया जा रहा है.
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जिलाधिकारी वाराणसी कौशल राज शर्मा ने बताया कि सरकार ने डोर टू डोर अभियान चलाकर लोगों को टीकाकरण के लिए जागरूक किया है. लेकिन बहुत से लोगों के घर से अपने कार्यस्थल पर जाने के कारण टीका नहीं लग पाया है. स्वास्थ्य विभाग के लोग अब दुकानों, माल और कार्यालय में जाकर जिनको टीका नहीं लगा है, प्रत्येक कर्मचारी का टीकाकरण करेंगे. नाविकों, ऑटो चालकों और रिक्शा चालकों को भी कैंप लगाकर टीकाकरण किया जाएगा. प्रशासन ने लोगों से अपील की है की छूटे हुए लोग अपना टिका जल्दी लगवा लें. ऐसा न करने पर वे अपनी दुकान नहीं खोल पाएंगे. प्रशासन ने इसके लिए प्रवर्तन दल भी बनाया है. जो दुकान, माल व कार्यालयों में जाकर चेक करेगा. इसके साथ ही पब्लिक ट्रांसपोर्ट के चालकों को भी चेक किया जाएगा. प्रशासन ग्रामीण और शहरी दोनों क्षेत्रों में इस नियम को लागू करने की योजना बना रहा है.
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