वाराणसी: खूब लड़ी मर्दानी वह तो झांसी वाली रानी थी... यह कविता हम सब ने बचपन में पढ़ी होगी, लेकिन यह बहुत कम ही लोग जानते हैं,कि महारानी लक्ष्मीबाई का जन्म धर्म और अध्यात्म की नगरी काशी में हुआ था. इसी लेकर आज उनके जयंती की पूर्व संध्या पर उनकी जन्मस्थली को दीपों से सजाया गया और उनको नमन भी किया गया.
जागृति फाउंडेशन के सदस्यों ने दीपदान किया
जिले के भदैनी में 19 नवंबर 1835 को देश की महान वीरांगना का जन्म हुआ था. इसी को लेकर जागृति फाउंडेशन द्वारा उनकी जयंती की पूर्व संध्या पर परिसर को साफ किया गया. वहीं इसके साथ ही महारानी लक्ष्मीबाई को माल्यार्पण करने के बाद दीपों से पूरे प्रांगण को सजाया गया. इसके बाद रानी लक्ष्मीबाई अमर रहे के जयघोष से पूरा परिसर गूंज उठा.
जागृति फाउंडेशन के महासचिव रामयश मिश्रा ने बताया कि
आज हम लोगों ने देश की वीरांगना महारानी लक्ष्मी बाई की 184 जयंती की पूर्व संध्या पर दीपदान किया साथ ही उनको नमन किया. हमारा देश उनके बलिदान को कभी भूल नहीं सकता. इस उद्देश्य से हम लोगों ने उन्हें एक श्रद्धांजलि भी अर्पित की. हम सरकार से यह मांग करते हैं, उनके जन्म स्थली पर सरकार द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम आयोजित किए जाएं.
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