वाराणसी: जनपद में दाल के बढ़ते दामों का असर लोगों की खाने की थाली पर भी पड़ रहा है. दरअसल, दाल इतनी महंगी होती जा रही है कि सामान्य इंसान को दाल रोटी खाने के बारे में भी सोचना पड़ रहा है. बता दें कि पिछले 1 महीने में दाल की कीमत में प्रति क्विंटल 4 हजार रुपये बढ़ोतरी देखी गई है. अगर इसे आसान शब्दों में समझा जाए तो दाल की कीमत में प्रति किलो 25 से 30 रुपये का इजाफा हुआ है.
बढ़ती महंगाई का असर सिर्फ अरहर की दाल पर नहीं पड़ा है. इसका असर मटर, चना, मसूर, उड़द, मूंग सभी दालों पर पड़ा है. सभी दालों की कीमत में भारी उछाल देखने को मिला है. मंडी में दाल की कीमतों में आई उछाल का व्यापारी और ग्राहक के जीवन पर क्या असर पड़ा है. इसकी जांच पड़ताल के लिए ईटीवी भारत की टीम पूर्वांचल की सबसे बड़ी गल्ला मंडी विश्वेश्वर गंज पहुंची.
ईटीवी भारत के साथ बातचीत में गल्ला मंडी के रिटेल व्यापारी कृष्ण कुमार ने बताया कि कुछ दिन पहले दाल की कीमत 100 रुपये के आसपास थी, लेकिन अचानक दाल की कीमत में 25 से 30 रुपये का उछाल आने से परेशानियां बढ़ गई हैं. ग्राहक कम आ रहे हैं. इसका असर व्यापार पर पड़ रहा है, जो ग्राहक पहले 5 किलो दाल लेते थे अब वे 2 किलो ही दाल ले रहे हैं.
व्यापारी मनजीत ने बताया कि दाल के साथ अन्य चीजों की कीमतों में इजाफा हुआ है. काबुली चना 10 रुपए तो राजमा प्रति किलो 5 रुपए महंगा हुआ है. वह यह महंगाई लगातार जारी है.