वाराणसीः अपना दल की नेता पल्लवी पटेल ने कहा है कि जौनपुर में प्रस्तावित यात्रा को लेकर जिला अध्यक्ष, सैकड़ों नेताओं और कार्यकर्ताओं को घरों में नजरबंद कर दिया गया. उन्हें हाउस अरेस्ट करके प्रतिबंधित कर दिया गया. इससे यह स्पष्ट है कि वर्तमान प्रदेश की योगी सरकार सामाजिक आंदोलनों और कार्यक्रमों का दमन कर रही है.
उन्होंने कहा कि सत्ताधारी दलों के अलावा अन्य नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं से अपराधियों जैसा बर्ताव किया जा रहा है. पूर्व की लोकतांत्रिक राज्य संचालन की परंपराओं में ऐसा कभी नहीं देखा गया कि नेताओं और सामाजिक कार्यकर्ताओं को बिना वजह पूर्वाग्रही डर के कारण घरों में कैद कर दिया जाए. वहीं उन्होंने कहा कि आगमन से ठीक पहले स्थानीय सांसद और माननीय प्रधानमंत्री से हम यह चाहते हैं कि वह प्रदेश भर में हो रहे दमन का संज्ञान स्वयं लें, क्योंकि अगर ऐसा नहीं होता है तो यह प्रतीत होगा कि वर्तमान सूबे की योगी सरकार की क्रूर दमन और बिगड़ी कानून व्यवस्था पर केंद्र का कोई अंकुश नहीं है.
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वहीं पल्लवी पटेल ने कहा कि तीनों काले कृषि कानूनों को वापस करने, सामाजिक न्याय के आधार पर सरकारी नौकरियों में भर्ती प्रक्रिया चालू करने और जातिवार जनगणना के सवाल पर प्रदेश भर में विभिन्न दलों और सामाजिक संगठन द्वारा अनवरत आंदोलन चल रहे हैं. इन संदर्भों में अगर तत्काल ठोस पहल करते हुए जनहित में निर्णय नहीं लिए गए और प्रदेश सरकार की दमनकारी नीति जारी रही, तो सूबे में विद्रोह उपजना लाजमी है. सरकारें नहीं चेतती हैं तो सड़कों पर लोकतांत्रिक आंदोलन होंगे. सरकारें उसे बगावत मान सकती हैं. वहीं उन्होंने कहा कि अपना दल की राष्ट्रीय अध्यक्ष कृष्णा पटेल के नेतृत्व में आगामी 2022 के विधानसभा चुनाव में भाग लेंगी. प्रदेश सरकार के गठन में अपना दल का महत्वपूर्ण योगदान होगा. अपना दल के बिना कोई सरकार नहीं बनेगी.