वाराणसी: लॉकडाउन के बाद जमाखोरों और कालाबाजारी करने वालों ने इसका फायदा उठाना शुरू कर दिया है, जिससे जनता बेहाल हो चुकी है. प्रशासनिक तैयारियां भी ठीक से नहीं हो पाई हैं.
जिलाधिकारी और वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक दोनों सुबह से ही जिले की सड़कों पर घूम रहे हैं. सबसे पहले दोनों चंदवा सब्जी मंडी पहुंचे, जिसे पूर्वांचल की सबसे बड़ी सब्जी मंडियों में शामिल किया जाता है. इस होलसेल मंडी में लॉकडाउन पीरियड के दौरान बड़ी संख्या में लोग पहुंचकर सब्जियां खरीदने लग गए हैं, जिसकी वजह से रोज सुबह भीड़ देखने को मिल रही है.
जिलाधिकारी ने दी जानकारी
जिलाधिकारी कौशल राज शर्मा ने गुरुवार रात से मंडी में एक एक्सपेरिमेंट करने की बात कही है. उनका कहना है कि यदि पब्लिक पहुंच रही है तो उसके लिए निर्धारित दूरी तय कर लोगों को कतारबद्ध करके ही सब्जियां लेने की अनुमति दी जा सकती है, जिसका शुक्रवार को ट्रायल किया जाएगा. यदि यह सफल होगा तो यहां आम लोगों के लिए व्यवस्था की जाएगी. नहीं तो इस होलसेल मंडी में सिर्फ व्यापारी ही आकर सब्जियां खरीद सकेंगे.
ओवरप्राइसिंग की शिकायतें जल्द होंगी दूर
वहीं जिलाधिकारी ने ओवरप्राइसिंग की शिकायतों को भी गंभीरता से लिया है. उनका कहना है कि कुछ दिक्कतें हैं. फ्लोर मिल में गेहूं की कमी की वजह से यह प्रॉब्लम आ रही थी, लेकिन अब एफसीआई गोदाम से सरकारी रेट पर गेहूं फ्लोर मिल को उपलब्ध करा दी गई है. एक-दो दिन में आटे की ओवरप्राइसिंग की दिक्कतें खत्म हो जाएगी.
ये भी पढ़ें: लॉकडाउन: काशी में भूखे लोगों का पेट भरने के लिए कुछ ऐसे जुटे हैं लोग
उन्होंने बताया कि इसके अलावा ट्रांसपोटर्स से बात करके आलू व अन्य सब्जियां, जो जहां गाड़ियों में फंसी हुई हैं, उनको भी आज शाम तक शहर में एंट्री दी जाएगी. जिसके बाद सब्जियों में भी ओवरप्राइसिंग की किल्लत दूर होगी.