वाराणसीः महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में राजभवन के आदेश पर उर्दू विभाग के तीन शिक्षकों की नियुक्ति को निरस्त कर दिया गया है. राजभवन ने 2017 में मानकों को दरकिनार कर की गई नियुक्तियों की जांच सीआईडी से कराने का आदेश दिया है. इसके बाद कुलाधिपति के आदेश पर 2017 में हुई नियुक्तियों की सभी फाइल को सील कर दिया गया.
मानकों के विपरीत हुई थी नियुक्ति
गौरतलब हो कि काशी विद्यापीठ में 2017 में कई विभागों में 17 शिक्षकों की नियुक्ति की गई थी. इस दौरान साक्षात्कार में शामिल कुछ अभ्यर्थियों ने उर्दू विभाग में की गई नई नियुक्ति की शिकायत राजभवन से की थी. उसके बाद जब मामले की जांच की गई तो कई नियुक्तियां मानकों के विपरीत पाई गईं. इसके पश्चात कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने उर्दू विभाग के तीन अध्यापकों की नियुक्ति को निरस्त करने का आदेश जारी किया है.
सीआईडी टीम का इंतजार
इस बाबत विश्वविद्यालय के कुलपति प्रो. टीएन सिंह का कहना है कि हमें राज्यभवन से नियुक्ति निरस्त करने का आदेश प्राप्त हो चुका है. विश्वविद्यालय प्रशासन ने नियुक्ति से जुड़े सभी कागजातों को एक समिति बनाकर सील कर दिया है. हम सीआईडी टीम का इंतजार कर रहे हैं कि वह आए जिसके पश्चात हम उन्हें सारे दस्तावेज सौंप सकें.