वाराणसी/प्रयागराज/संभलः वाराणसी में गुरुपूर्णिमा का पर्व हर्षोल्लास के साथ मनाया गया. सूर्य उदय के साथ ही शिष्यों ने मां गंगा में स्नान कर गुरु पीठों में जाकर पूजन-अर्चन किया. काशी के प्रसिद्ध बाबा कीनाराम स्थली, धर्म सम्राट करपात्री जी महाराज, शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती के मठ, सतुआ बाबा आश्रम, पातालेश्वर पुरी मठ, संकट मोचन महन्त, महापीठाधीश्वर चंद्रमौली, श्री राम मंदिर, काशी हिंदू विश्वविद्यालय, संस्कृत यूनिवर्सिटी, गढ़वा घाट देवराहा बाबा श्री विद्या मठ के साथ ही विभिन्न मठों में गुरु चरणों का शिष्यों ने पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद ग्रहण किया.
सुमेरु पीठाधीश्वर शंकराचार्य स्वामी नरेंद्रानंद सरस्वती ने कहा कि अविद्या रूपी अंधकार जिसके अंदर है, गुरु उसको दूर करता है. आज का पर्व पूरे विश्व के लिए मंगलकारी हो. देश के लिए समान शिक्षा नीति, समान कानून, समान नागरिक संहिता बहुत ही जरूरी है. देश में कुछ टुकड़े टुकड़े गैंग हैं ऐसे लोगों की अविद्या नाश हो और उनका ह्रदय साफ हो, हम यही कामना करते हैं.
वहीं, गुरु चंद्रमौली ने कहा कि गुरु की महिमा तो इतनी बड़ी है कि जब हम साधना के पथ पर विचलित हो जाते हैं और बार-बार हमारे अंदर कुवासना गलत विचार आते हैं तो ऐसे समय गुरु के मार्गदर्शन से ही हमें सत्य की प्राप्ति होती है. गुरु ही जीवन से अधंकार दूर कर प्रकाश करते हैं.
मुस्लिम समुदाय के लोग पहुंचे पातालपुरी मठ
काशी के पातालपुरी मठ में गुरुपूर्णिमा पर पीठाधीश्वर महंत बालक दास जी महाराज का पूजन करने बड़ी संख्या में शिष्य पहुंचे. कहा जाता है कि संत रामानन्द ने जाति धर्म से ऊपर उठकर कबीर और रैदास को अपना शिष्य बनाया था. इसी तरह महंत बालक दास के शिष्यों में मुस्लिम समुदाय के लोग भी शामिल हैं. गुरुपूर्णिमा के अवसर पर हनुमान चालीसा फेम नाजनीन अंसारी, मुस्लिम धर्मगुरु अफसर बाबा के साथ बड़ी संख्या में मुस्लिम पातालपुरी मठ पहुंचे और गुरु महंत बालक दासजी की आरती उतारी. मुस्लिम महिला फाउंडेशन की नेशनल सदर नाजनीन अंसारी ने कहा कि धर्म के नाम पर हिंसा करने वालों के लिए यह बेहतर सबक है. काशी ज्ञान की नगरी है. यहां के गुरुओं ने विश्व को शांति और सद्भावना का मार्ग दिखाया है. गुरु किसी धर्म और जाति का नहीं होता वह जीवन को बदलने और बेहतर दिशा देने वाला होता है. गुरु वही है जो सब भेद खत्म कर दे. इस दौरान नजमा परवीन, अब्दुल कादिर वारसी, मुहम्मद जकी अंसारी, शब्बीर अनवर, निहलुद्दीन, कलीमुद्दीन, सैफ सिद्दीकी, शहाबुद्दीन जोसेफ, तबरेज, रजिया, शबाना आदि मौजूद रहे.
पीएम मोदी और सीएम योगी का किया पूजन
वाराणसी में बीते 5 सालों से भारतीय जनता पार्टी के सक्रिय कार्यकर्ता जिला मंत्री शिवानंद राय राजनीतिक गुरु पीएम मोदी और सीएम योगी पूजा करते आ रहे हैं. गुरु पूर्णिमा के मौके पर सोमवार को उन्होंने दोनों का पूजन किया. इस मौके पर शिवानंद राय ने कहा कि राजनीति में आने के बाद मुझे प्रधानमंत्री मोदी और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के कार्यों से बहुत कुछ सीखने को मिला है. इसकी वजह से मैं उन्हें अपना राजनैतिक गुरु मानता हूं. उन्होंने पीएम मोदी और सीएम योगी की तस्वीर की आरती उतारी.
नमामि गंगे ने केदार घाट पर चलाया स्वच्छता अभियान
वाराणसी में गुरु पूर्णिमा के मौके पर केदार घाट स्थित गौरी केदारेश्वर मंदिर में नमामि गंगे के सदस्यों ने स्वच्छता अभियान चलाया. इस मौके पर उन्होंने बाबा केदारेश्वर का पूजन-अर्चन भी किया. नमामि गंगे काशी क्षेत्र के संयोजक राजेश शुक्ला ने बताया कि गुरु स्वयं ही ब्रह्मा, श्रीविष्णु तथा महेश्वर हैं. वह ही परब्रह्म हैं. संपूर्ण सृष्टि शिवमय है. गुरु-शिष्य परंपरा’ भारत की सबसे बड़ी विशेषता है. भगवान शिव गुरु के रूप में हमें शिक्षा देते हैं कि मानव ईष्याभाव का त्यागकर सद्भाव को अपनाए. उन्होंने कहा कि हमारी गुरु मां गंगा हैं. हमें इन्हें सदैव स्वच्छ रखना चाहिए.
संगम में स्नान के लिए उमड़े भक्त
प्रयागराज में बड़ी संख्या में भक्तों ने संगम तट पर स्नान और दान किया. मान्यता है कि गुरु पूर्णिमा के मौके पर संगम में स्नान का विशेष फल मिलता है. इसी वजह से प्रयागराज में भक्तों की खासी भीड़ है. स्नान दान के बाद भक्त विभिन्न मठों और मंदिरों में पूजन अर्चन के लिए गए. भक्तों की सुरक्षा के लिए पुलिस तैनात रही. वहीं, प्रयागराज के सिविल लाइंस स्थित ज्वाला देवी सरस्वती विद्या मंदिर इंटर कॉलेज में छात्रों के ऊपर पुष्प वर्षा कर उनका विद्यालय में स्वागत किया गया है. इसी के साथ शिक्षकों ने छात्रों को तिलक लगाया तो वहीं छात्रो ने भी पैर छूकर शिक्षकों का आशीर्वाद लिया.
किन्नर अखाड़ा ने लिया गुरु का आशीष
प्रयागराज के बैरहना स्थित किन्नर अखाड़ा में गुरु पूर्णिमा का पूर्व बड़े ही धूमधाम से मनाया गया. किन्नर अखाड़ा की प्रदेश अध्यक्ष व किन्नर वेलफेयर बोर्ड की सदस्य महामंडलेश्वर स्वामी कौशल्यानंद गिरि महराज (उर्फ टीना मां) ने गुरु का विधि विधान से पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद लिया. वहीं, किन्नर अखाड़ा के शिष्यों ने स्वामी कौशल्यानंद गिरि महाराज का पूजन-अर्चन कर आशीर्वाद लिया और पूजन-अर्चन के साथ साथ किन्नर अखाड़ा के शिष्यों ने भक्तिमय भजन कीर्तन कर गुरु की महिमा का बखान किया. इस मौके पर स्वामी कौशल्यानंद गिरि महाराज ने कहा कि यह सनातन धर्म का सबसे प्रमुख पर्व है. सभी को आशीर्वाद देते हुए आगे बढ़ने के लिए प्रेरित किया.
संभल में भी गुरु महिमा का गुणगान
संभल में भी गुरु महिमा का गुणगान किया गया. जिले के बबराला घाट पर तड़के से ही श्रद्धालुओं ने पहुंचना शुरू किया. भक्तों ने यहां गंगा स्नान कर गुरु चरणों का पूजन-अर्चन किया. बबराला घाट पर श्रद्धालुओं की सुरक्षा को लेकर पुलिस प्रशासन ने सुरक्षा के कड़े इंतजाम किए थे. गुरु पूर्णिमा के मौके पर कई मंदिरों में पूजन-अर्चन किया गया. कई जगह भंडारे का आयोजन किया गया.
अमरोहा में श्रद्धालुओं ने किया गंगा स्नान
गुरु पूर्णिमा के मौके पर अमरोहा के वृजघाट एवं तिगरी में गंगा घाटों पर भक्तों ने स्नान किया. इस दौरान श्रद्धालुओं ने ब्रजघाट और तिगरीधाम में आस्था की डुबकी लगाई. सुबह से ही भक्त गंगा घाटों पर पहुंचने लगे. यहां स्नान के लिए दिल्ली, राजस्थान, हरियाणा, हापुड़, अमरोहा, मुरादाबाद, रामपुर, मेरठ, गाजियाबाद, बुलंदशहर से भी श्रद्धालु पहुंचे. इस दौरान पुलिस मुस्तैद नजर आई.