वाराणसीः वाराणसी के सर्किट हाउस में सुभासपा के अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि उनकी पार्टी 403 सीटों पर आगामी चुनाव लड़ेगी. डॉ. संजय निषाद के बीजेपी में जाने के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि कोशिश कर रहा था कि जो लोग धोखा नही खाए हैं वे हमारे साथ आएं और जो धोखा खाना चाहते हैं वे बीजेपी के साथ जाएं. मैं बीजेपी के साथ गया था, तब बीजेपी ने सामाजिक न्याय समिति की रिपोर्ट लागू करने का वादा किया था. घरेलू बिजली का बिल माफ करने का वादा किया था. एक भी काम नहीं हुआ. अब ये आ गए हैं. 17 जातियों को अनुसूचित जातियों में शामिल नहीं कराया जाएगा. वह बोले, बीजेपी यूज एंड थ्रो वाली पार्टी है. दौड़ाते-दौड़ाते रुला देगी.
उन्होंने कहा कि 27 अक्टूबर को मऊ के हलधरपुर में सुहेलदेव भारतीय समाज पार्टी का 19वां स्थापना दिवस है. उसी दिन सब घोषणा हो जाएगी. चाहे ओवैसीजी हो या कुशवाहाजी, कृष्णा पटेलजी हों या बाबू रामपाल जी, सभी से बातचीत फाइनल कर 27 अक्टूबर को तय हो जाएगा. वहीं, प्रयागराज स्थित बाघंबरी मठ के महंत नरेंद्र गिरी की संदिग्ध मौत के बाद कई तरह के सवाल उठने के बारे में उन्होंने कहा कि ये जांच का विषय है. यह घटना दुर्भाग्यपूर्ण है.
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उन्होंने कहा कि एक संत के राज्य में एक संत चाहे आत्महत्या करे, चाहे उसकी हत्या की गई हो ये तो जांच का विषय है. संत के राज्य में 27 संतों की हत्या हो गई, चाहे उन्होंने आत्महत्या की हो या फिर वे मारे गए हों. संत के राज्य में ऐसी घटनाएं हो रहीं हैं तो आम आदमी की क्या बात करें. बीते दिनों अनिल राजभर की ओर से दिए गए एक बयान पर सुभासपा अध्यक्ष ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि वह अभी छोटे हैं.
उन्होंने कहा कि जिन लोगों ने अपना नेता चुना है, वे अपने हक की लड़ाई मजबूती से लड़ रहे हैं. जिस भी समाज ने अपना नेता नहीं चुना वह दर-दर की ठोकर खा रहा है. क्या 2022 का चुनाव भी जातिगत होगा के सवाल के जवाब में उन्होंने कहा कि चुनाव जातिगत होते रहे हैं और होते रहेंगे. जब तक तहसीलों में तहसीलदार ठप्पा मारकर जाति प्रमाणपत्र देते रहेंगे तब तक देश और प्रदेश में जातिवाद की राजनीति होती रहेगी.