वाराणसी: अपने विवादित बयान से राजनीतिक गलियों में हलचल मचाने वाले सुभासपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष ओमप्रकाश राजभर ने वाराणसी में प्रेस वार्ता के दौरान कहा कि वह पार्टी के कमजोर हिस्सों पर समीक्षा बैठक कर रहे हैं. उन्होंने कहा कि आगामी विधानसभा चुनाव के मद्देनजर पार्टी को मजबूती देने के लिए बैठक की जा रही है.
'बीजेपी के डीएनए में ही है गडबड़ी'
मोहन भागवत के बयान पर ओम प्रकाश ने टिप्पणी करते हुए कहा कि बीजेपी के ज्यादातर बड़े नेताओं ने अपनी बेटियों की शादी मुस्लिम परिवार में की है, इसलिए चुनाव आते ही ये लोग रोटी-बेटी का राग अलापने लगते हैं, अब तो डीएनए मिलेगा ही. उन्होंने कहा कि ये लोग हिन्दू-मुसलमान को लड़ाकर धर्म की राजनीति करते हैं, जिसको अब जनता समझ गयी है.
ओम प्रकाश राजभर ने अखिलेश यादव से पूछताछ होने के मुद्दे पर कहा कि ईडी, आरबीआई और सीबीआई गुजरातियों की मुट्ठी में है. उन्होंने कहा कि अगर दम है, तो ओम प्रकाश राजभर पर जांच कराएं. साथ ही कहा कि बाबा साहेब ने संविधान में नार्को टेस्ट का प्रावधान किया है. अगर करना है तो मेरा कराओ, उसके बाद सबका नार्को टेस्ट कराया जाय. उन्होंने कहा कि सभी अधिकारियों का नार्को टेस्ट कराया जाय, उसके बाद भारत फिर से सोने की चिड़िया बन जाएगी.
'धर्मांतरण कानून को बीजेपी के नेताओं पर करें लागू'
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि सीएम योगी द्वारा लाए गए धर्मांतरण को क्या प्रवीण तोगड़िया और मुरली मनोहर जोशी पर लागू कर सकते हैं? उन्होंने कहा कि सरकार ने गोकसी के सारे लाइसेंस हिंदुओं को दे दिया है और सभी बीजेपी के समर्थक हैं. ओम प्रकाश ने कहा कि उनके पास तो लाइसेंस भैंसों को काटने का है, जिसकी आड़ में गाय व बछड़े काटे जा रहे हैं. मगर अभी लोगों को समझ नहीं है कि लाइसेंस किस चीज का दिया गया है.
'जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव में हुई गड़बड़ी'
ओम प्रकाश राजभर ने कहा कि जिला पंचायत में मुंह की खाने वाली बीजेपी ने जिला पंचायत अध्यक्षों के चुनाव में बड़ी धांधली की है. उन्होंने आरोप लगाते हुए कहा कि जिला प्रशासन और अधिकारियों की मिली भगत से ऐसा किया गया है.
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