वाराणसीः जनपद के परिषदीय विद्यालयों के शिक्षकों को मध्याह्न भोजन बनवाने से अब मुक्ति मिलेगी. जिसके लिए अर्दली बाजार स्थित एलटी कॉलेज परिसर में केंद्रीयकृत रसोईघर लगभग बनकर तैयार हो चुका है. ऐसे में बच्चों को अब आधुनिक रसोई से शुद्ध व पौष्टिक गरमा गरम मध्याह्न भोजन (MDM) मिलेगा. जिसकी शुरुआत जुलाई माह से की जाएगी.
अक्षय पात्र फाउंडेशन ने केंद्रीयकृत रसोई गैस के लिए अपनी सारी तैयारियां पूरी कर ली हैं. इसके लिए इंसुलेटेड वाहन और इंसुलेटेड बर्तन भी मंगाए जाएंगे. जिससे भोजन 10 घंटे तक गर्म रहेगा.
जनपद के बेसिक शिक्षा अधिकारी राकेश सिंह ने बताया कि अक्षय पात्र एक संस्था है. जो जनपद के बच्चों को मध्याह्न पोषाहार भोजन देने का कार्य करेगी. इस संस्था के लिए हमारे विभाग ने 13 करोड़ 92 लाख रुपये जारी किये हैं. जिससे 100 से अधिक इंसुलेटेड वाहन भी मंगवाए जा रहे हैं. यह कार्य लगभग पूरा हो चुका है. यह संस्था प्रदेश के मथुरा, वृंदावन, लखनऊ में भी पहले से ही कार्य कर रही है. जो बच्चों को साफ-सफाई और उच्च गुणवत्ता का भोजन देती है.
वहीं बेसिक शिक्षा अधिकारी ने बताया कि अभी संस्थान की जो पूरी क्षमता है, उससे एक लाख बच्चों से शुरूआत कर रहे हैं. जिसमें शुरू होने के महीनों में 25 हजार बच्चों से मध्याह्न पोषाहार भोजन देने का कार्य करेंगे. इसके बाद के दो से तीन महीनों के बाद पूरी अपनी क्षमता से एक लाख बच्चों को मध्याह्न पोषाहार देने की योजना है. उन्होंने कहा कि शहरी और ग्रामीण क्षेत्र के छात्रों की संख्या दो लाख 78 हजार के आसपास है. लेकिन अभी एक लाख बच्चों से ही शुरूआत करनी है.
वहीं उन्होंने कहा कि इस आधुनिक रसोई में ऑटोमैटिक मशीन लगी है. जो बच्चों के लिए दो घण्टे में एक लाख रोटी बनाने का कार्य करेगी. ये मशीन चार घण्टे में एक लाख बच्चों का पोषाहार भोजन तैयार कर देगी. इस आधुनिक मशीन का जिलाधिकारी और कमिश्नर महोदय निरीक्षण कर चुके हैं. हमारे साप्ताहिक मेन्यू के अनुसार यह आधुनिक मशीन कार्य करेगी. जिससे उच्च गुणवत्ता का भोजन बच्चों को मिल सके. जिससे बच्चे स्वस्थ्य रहेंगे और पढ़ाई में उनका मन लगेगा.
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