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महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में ऑनलाइन डेटा फीडिंग में हुई गड़बड़ी, छात्र परेशान

यूपी के वाराणसी स्थित महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में सेमेस्टर परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि बढ़ा दी गई है लेकिन, पंजीकरण फॉर्म की गड़बड़ियों के कारण छात्रों को विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. इस संबंध में लगभग 200 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं.

महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ
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Published : Mar 6, 2021, 8:53 PM IST

वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एक ओर जहां 15 मार्च तक सेमेस्टर परीक्षा हेतु आवेदन करने की तिथि बढ़ा दी गई है, तो वहीं दूसरी ओर विद्यापीठ और संबंध महाविद्यालयों में आवेदन पत्रों की गड़बड़ी से विद्यार्थी काफी परेशान है. विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि 5 मार्च से बढ़ाकर 15 मार्च कर दी गई है. इससे विद्यार्थियों को थोड़ा सुकून तो मिला है, लेकिन उनके पंजीकरण फॉर्म की गड़बड़ियों के कारण उन्हें विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. विश्वविद्यालय में आवेदन पत्रों स्कॉलरशिप फार्म से संबंधित गड़बड़ियों के कारण हर दिन 100 से 200 विद्यार्थी परीक्षा केंद्र और प्रशासनिक भवन पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी तक इन गड़बड़ियों को दूर नहीं किया गया है. इस संबंध में लगभग 200 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं.

ऑनलाइन डेटा फीडिंग में हो रही गड़बड़ी
विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने आवेदन सही किया है, लेकिन ऑनलाइन डाटा फीड किया गया तो उसमें काफी गड़बड़ियां देखने को मिल रही है. विद्यार्थियों ने बताया कि नाम, पिता के नाम की गड़बड़ियों के साथ-साथ उनके जेंडर में भी गड़बड़ी कर दी गई है. कई छात्रों का कहना है कि उन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन किया तो उनका आवेदन भी निरस्त कर दिया गया. ऐसे ही समस्या स्कॉलरशिप के भी फॉर्म में आ रही हैं. छात्रों ने सारा डाटा भर दिया लेकिन, मार्क मिसमैच और महाविद्यालयों के द्वारा फॉरवर्ड न किए जाने से छात्रों को और भी समस्याएं हो रही हैं.

जल्द दूर होंगी समस्याएं
इस संबंध में कुलसचिव डॉक्टर साहब लाल मौर्य ने बताया कि जल्द ही आवेदन पत्रों की गड़बड़ियों को दूर कर दिया जाएगा और जिन विद्यार्थियों के एप्लीकेशन मिल रहे हैं, उनका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है.

वाराणसी: महात्मा गांधी काशी विद्यापीठ में एक ओर जहां 15 मार्च तक सेमेस्टर परीक्षा हेतु आवेदन करने की तिथि बढ़ा दी गई है, तो वहीं दूसरी ओर विद्यापीठ और संबंध महाविद्यालयों में आवेदन पत्रों की गड़बड़ी से विद्यार्थी काफी परेशान है. विश्वविद्यालय में सेमेस्टर परीक्षा फॉर्म भरने की तिथि 5 मार्च से बढ़ाकर 15 मार्च कर दी गई है. इससे विद्यार्थियों को थोड़ा सुकून तो मिला है, लेकिन उनके पंजीकरण फॉर्म की गड़बड़ियों के कारण उन्हें विश्वविद्यालय एवं महाविद्यालय के चक्कर काटने पड़ रहे हैं. विश्वविद्यालय में आवेदन पत्रों स्कॉलरशिप फार्म से संबंधित गड़बड़ियों के कारण हर दिन 100 से 200 विद्यार्थी परीक्षा केंद्र और प्रशासनिक भवन पहुंच रहे हैं, लेकिन अभी तक इन गड़बड़ियों को दूर नहीं किया गया है. इस संबंध में लगभग 200 से अधिक शिकायतें आ चुकी हैं.

ऑनलाइन डेटा फीडिंग में हो रही गड़बड़ी
विद्यार्थियों का कहना है कि उन्होंने आवेदन सही किया है, लेकिन ऑनलाइन डाटा फीड किया गया तो उसमें काफी गड़बड़ियां देखने को मिल रही है. विद्यार्थियों ने बताया कि नाम, पिता के नाम की गड़बड़ियों के साथ-साथ उनके जेंडर में भी गड़बड़ी कर दी गई है. कई छात्रों का कहना है कि उन्होंने परीक्षा के लिए आवेदन किया तो उनका आवेदन भी निरस्त कर दिया गया. ऐसे ही समस्या स्कॉलरशिप के भी फॉर्म में आ रही हैं. छात्रों ने सारा डाटा भर दिया लेकिन, मार्क मिसमैच और महाविद्यालयों के द्वारा फॉरवर्ड न किए जाने से छात्रों को और भी समस्याएं हो रही हैं.

जल्द दूर होंगी समस्याएं
इस संबंध में कुलसचिव डॉक्टर साहब लाल मौर्य ने बताया कि जल्द ही आवेदन पत्रों की गड़बड़ियों को दूर कर दिया जाएगा और जिन विद्यार्थियों के एप्लीकेशन मिल रहे हैं, उनका प्राथमिकता के आधार पर निस्तारण किया जा रहा है.

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